केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना 'प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा देश उत्थान महाअभियान' (Pradhan Mantri Kisan Urja Suraksha Evam Utthan Mahabhiyan) यानी पीएम-कुसुम योजना के तहत सोलर पंप (solar pump yojana) का लाभ किसान ले सकते हैं. यूपी की योगी सरकार ने राज्य में ‘कुसुम योजना’ को लागू किया है. साल 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने (doubling farmer’s income) के उद्देश्य के तहत यह योजना काफी कारगर साबित हो सकती है. दरअसल उत्तर प्रदेश के लिए वित्त-वर्ष 2020-21 के लिए 1000 सोलर पंप वितरण के लिए मंजूर हुए हैं. योजना के अंतर्गत पहले आओ-पहले पाओ की तर्ज पर किसान लाभांवित होंगे. योजना की बात करें तो इसके तहत किसानों को खेतों में सिंचाई के लिए सोलर पंप उपलब्ध कराने के लिए आवेदन मांगे जा रहे हैं.
मिलेगा 70 फीसदी अनुदान
2 और 3 एचपी के स्टैंड एलोन सोलर पंप की स्थापना पर 70 फीसदी अनुदान किसान को मिलेगा. अनुदान की 30 फीसदी धनराशि केंद्र सरकार एवं 40 फीसदी धनराशि राज्य सरकार प्रदान करेगी. शेष 30 फीसदी धनराशि किसान अंश के रूप में स्वयं लाभार्थी किसान को जमा करना होगा.
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पारदर्शी किसान योजना पर करना होगा आवेदन
2 और 3 एचपीएसी के सोलर पंप के लिए किसान को पारदर्शी किसान योजना के पोर्टल http://www.upagriculture.com/ पर पंजीकरण कर सोलर पंप के लिए आनलाइन आवेदन करना होगा. ऐसे किसान जिनके पास बिजली से चलने वाले पंप पहले से हैं, इस योजना का लाभ नहीं ले पाएंगे. पहले ड्राफ्ट देने वाले किसान को पहले पंप आवंटित किया जाएगा.
आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि प्रदेश में 5 एचपीएसी के सोलर पंप लगाने के लिए प्रदेश सरकार ने मेसर्स प्रीमियर इनर्जीज लिमिटेड तेलंगाना और मेसर्स रोटोमैंग मोटर्स एण्ड कंट्रोल प्राइवेट लिमिटेड गुजरात को एजेंसी के रूप में चुना है. मेसर्स प्रीमियर इनर्जीज प्रदेश में 625 और मेसर्स रोटामैंग मोटर्स 375 सोलर पंप लगाएंगी. इन सोलर पंप की स्थापना प्रधानमंत्री गरीब कल्याण रोजगार योजना के अंतर्गत किया जाएगा.
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