जहां फसल बीमा को अब स्वैच्छिक बना दिया गया है, इसी बीमा से जुड़ी किसानों के लिए एक और खास ख़बर सामने आई है. किसानों के हित में लगातार योजनाओं पर काम करने वाली केंद्र सरकार ने एक और बड़ा फैसला लिया है. केंद्र की मोदी सरकार (PM Narendra Modi) ने यह फैसला किया है कि अब प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) के तहत गांवों को एक इकाई का दर्जा दिया जाएगा. इसका मतलब यह है कि अब Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana के तहत एक पूरे गांव को एक यूनिट के तौर पर माना जाएगा और उसी के मुताबिक आगे की प्रक्रिया की जाएगी. केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री पुरुषोत्तम रूपाला की तरफ से यह जानकारी सामने आई है.
फसल बीमा योजना में ऐसे आया ये नया बदलाव
आपको बता दें कि इससे पहले इस फसल बीमा योजना (Fasal Bima Yojana) में अगर किसानों की फसलों का नुकसान हो जाता था या किसी तरह से किसानों की फसल बर्बाद होती थी, तो क्षतिग्रस्त फसल के उस नुकसान का आंकलन जिला या मंडल स्तर पर किया जाता था. ऐसे में किसानों को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता था. अब बीमा योजना में आए इस नए बदलाव से इस बात की उम्मीद जताई जा रही है कि किसानों को किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होगी.
क्यों करना पड़ा यह जरूरी बदलाव?
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री (Union Minister of State for Agriculture and Farmers Welfare) पुरुषोत्तम रूपाला (Parshottam Rupala) के सामने इस संबंध में एक बड़ा सवाल आया था, जिसके बाद ही मंत्री ने यह फैसला लिया है. इससे पहले की बात करें तो बीमा कंपनियां किसानों को यह कहकर बीमा लाभ देने से मना कर देती थीं कि जब पूरे क्षेत्र में कोई नुकसान नहीं हुआ, तो किसानों को फसल बीमा किस बात का दिया जाए. वहीं इस नए फैसले के बाद बीमा कंपनियां किसान के व्यक्तिगत नुकसान की भरपाई भी करेंगी और क्षेत्र न देखकर अब गांव में हुए नुकसान को भी देखा जाएगा.
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