अच्छी उपज होने के बाद भी किसान यही सोचते रहते हैं कि इस समय मंडी में इसे बेचना सही है या नहीं. उनका यह भय बहुत हद तक सही भी है. अक्सर देखा जाता है कि मंडियों में भाव अचानक गिर जाते हैं. आलू, प्याज और टमाटर जैसी सब्जियों के मामले में तो यह बात आम ही है. लेकिन अब सरकार ने कुछ ऐसा कदम उठाया है, जिससे किसानों को इस संबंध में लाभ होगा.
सरकार ने बनाया अलर्ट पोर्टल
दरअसल किसानों के लए सरकार ने एक ऐसे पोर्टल की शुरुआत की है, जो संभावित कीमतों को लेकर पहले ही अलर्ट जारी करता है. खास बात यह है कि इस पोर्टल की शुरुआत खुद खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने की है.
किन सब्जियों पर करेगा काम
वर्तमान में इस पोर्टल के सहारे अगले तीन महीनों के संभावित थोक दाम का अंदाजा लगाया जा सकता है. पोर्टल फिलहाल आलू, प्याज और टमाटर की संभावित कीमतों की जानकारी देता है. लेकिन आने वाले समय में इसमें अन्य सब्जियों की जानकारी भी डाली जा सकती है. यही नहीं, दाम गिरने की स्थिति में यह पोर्टल किसानों को सतर्क भी करेगा.
क्या है नाम
नाफेड ने इस पोर्टल को डिवेलप किया है, जिसका नाम ‘बाजार बुद्धिमत्ता एवं अग्रिम चेतावनी प्रणाली’ रखा गया है. इसका नाम एमआईईडब्ल्यूएस (miews) है. यह पोर्टल निजी कंपनी ऐग्रिवॉच की निगरानी वाली 1,200 मंडियों के आंकड़े बताने में सक्षम है.
क्यों लाभदायक है पोर्टल
सब्जी मंडियों के भाव कई बार अचानक ही गिर जाते हैं. इसके कई कारण हैं, जैसे आर्थिक रूप से मार्केट का कमजोर पड़ना या अचानक ही मौसम का खराब होना आदि. मंडियों में भाव गिरने से किसानों को ही हर बार नुकसान होता है. ऐसे में इस पोर्टल के सहारे किसान पहले से ही भावों का अनुमान लगा सकते हैं.
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