बिहार सरकार ने राज्य के आर्थिक रूप से कमजोर किसानों को सशक्त बनाने के लिए नई पहल की शुरूआत की है. बिहार सरकार का उघान निदेशालय, कृषि विभाग राज्य में फलों की खेती को बढ़ावा देने के लिए एक अनोखी योजना लेकर आया है. इस योजना के तहत किसानों को अंजीर की खेती शुरू करने और उसे प्रोत्साहित करने के लिए आर्थिक मदद दी जाएगी. किसानों को यह सुविधा ‘अंजीर फल विकास योजना’ के तहत प्राप्त होगी.
बता दें कि ‘अंजीर फल विकास योजना’ का मुख्य उद्देश्य अंजीर की खेती/Anjeer ki kheti को बढ़ावा देना है, जिससे राज्य में खेती का क्षेत्रफल और पैदावार बढ़ेगी और किसानों की आय में भी वृद्धि हो सकी. आइए सरकार की इस पहल के बारे में यहां विस्तार से जानते हैं...
‘अंजीर फल विकास योजना’ का विस्तार
यह योजना राज्य के सभी जिलों में लागू की गई है. इसके माध्यम से अंजीर की खेती को बढ़ावा देने और किसानों की आय में वृद्धि करने का उद्देश्य रखा गया है.
कितना मिलेगा सहायतानुदान?
- प्रथम वर्ष: 30,000 रुपये का सहायतानुदान दिया जाएगा.
- द्वितीय और तृतीय वर्ष 10,000 रुपये सहायतानुदान
- योजना का लाभ 0.25 एकड़ (0.1 हेक्टेयर) से लेकर 10 एकड़ (4 हेक्टेयर) तक की भूमि पर खेती करने वाले किसानों को दिया जाएगा.
अंजीर की खेती क्यों करें/ Why Cultivate Figs?
- अंजीर एक मूल्यवान फल है जो बाजार में अच्छी कीमत पर बिकता है.
- इसकी खेती कम लागत में शुरू की जा सकती है और यह किसानों के लिए आय का एक अच्छा साधन बन सकता है.
- बिहार की भूमि और जलवायु अंजीर की खेती के लिए उपयुक्त है.
योजना के फायदे
- राज्य के किसानों को अंजीर की खेती के लिए आर्थिक मदद पहुंचाना.
- राज्य में फलों की खेती को बढ़ावा देना.
- खेती से किसानों की आय में वृद्धि करना.
- बिहार को फलों के उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाना.
योजना का लाभ कैसे उठाएं?
- इस योजना का लाभ उठाने के लिए इच्छुक किसान उद्यान निदेशालय की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं.
- आवेदन करते समय सही जानकारी और आवश्यक दस्तावेज़ जमा करना होगा.
- योजना के बारे में अधिक जानकारी के लिए नज़दीकी कृषि कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं.
नोट: अधिक जानकारी के लिए उद्यान निदेशालय की वेबसाइट पर विजिट करें और योजना का लाभ उठाएं. किसान चाहे तो अपने नजदीकी कृषि विज्ञान केंद्र से भी संपर्क कर सकते हैं.
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