भारत सरकार ने किसानों द्वारा उत्पादित फसल को परिवहन की मदद से लाभ पहुंचाने के लिए कृषि उड़ान योजना की शुरुआत की है. इस योजना के तहत किसानों की फसल को विमान की मदद से देश के दूसरे बाजार तक समय से पहुंचाने में मदद मिलेगी. इससे किसान की फसल खराब होने से बचेगी और उन्हें उचित मूल्य मिल सकेगा. इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसानों को रजिस्ट्रेशन करवाना होगा. पंजीकरण या रजिस्ट्रेशन करने के बाद ही इसका उचित लाभ मिल सकेगा.
इसके लिए निर्धारित धनराशि को राज्य सरकार और केंद्र सरकार दोनों के द्वारा साझा किया जायेगा. फलों, सब्जियों और जल्दी खराब होने वाली फसलों की ढुलाई के लिये किसान रेल साधन भी प्रस्तावित किया गया है. इसके तहत जल्दी खराब हो जाने वाले उत्पादों को रेफ्रिजरेटिड डिब्बों में ले जाने की सुविधा होगी. किसान रेलगाड़ियां सार्वजनिक-निजी भागीदारी के तहत चलाने का प्रस्ताव रखा गया है.
आवेदन करने के लिए दस्तावेज
इसके योजना के लिए आवेदन करने वाला उम्मीदवार भारत का मूल निवासी होना चाहिए. उसके पास राशन कार्ड, स्थायी निवास प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, बैंक संबंधित दस्तावेज, उसकी खेत से जुड़े दस्तावेज, आय प्रमाण पत्र, पासपोर्ट साइज फोटो की आवश्यकता होगी.
योजना का उद्देश्य
देश के ज्यादातर किसान अपनी खेती पर ही निर्भर रहते हैं. खेती उनके आय का एकमात्र साधन होता है. किसानों को उनकी उपज की सही मूल्य नहीं मिल पाता है. इसलिए सरकार ने किसानों की फसलों का उचित मूल्य दिलाने के लिए इस योजना की शुरुआत की है. देश के सभी किसानों को योजना के माध्यम से लाभान्वित कर उनकी आमदनी में वृद्धि की जाएगी.
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किसानों को होने वाला लाभ
इस योजना के द्वारा किसानों की फसलों को विदेशों में भी पहुचाया जा सकेगा, जिससे किसानों की आमदनी और बढ़ेगी. सरकार किसानों की वर्तमान आय को दोगुना करने के लक्ष्य को पूरा करेगी और इससे किसानो की पैदावार एवं उत्पादों को सीधे मंडी तक पहुंचाया जा सकेगा.
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