बिहार (Bihar) में सेब की खेती (Apple Farming) करने वाले किसानों के लिए एक अच्छी खबर है. यहां पहाड़ी इलाकों की तरह सेब की खेती होने जा रही है. बता दें कि बिहार सरकार (Bihar Government) ने राज्य में सेब की खेती को बढ़ावा देने के लिए एक बड़ी पहल की है. राज्य सरकार सेब की खेती के लिए किसानों को सब्सिडी (Subsidy) देने जा रही है.
इसके लिए बिहार के 7 जिलों (7 District) का चयन किया गया है, जहां किसानों को सेब की खेती के लिए सब्सिडी दी जाएगी. वहीं जानकारी के अनुसार, वर्ष 2021-22 में बिहार के जिलों में 10 हेक्टेयर भूमि पर सेब के पौधे रोपे जाएंगे. इसके बाद बिहार भी सेब की खेती में आत्मनिर्भर हो पाएगा.
सेब पर मिलेगी सब्सिडी (Bihar government will give subsidy on apple)
इस योजना के लिए मुजफ्फरपुर (Muzzafarpur), भागलपुर (Bhagalpur), बेगूसराय (Begusarai), औरंगाबाद (Aurangabad), वैशाली (Vaishali), कटिहार (Katihar), समस्तीपुर (Samastipur) जिलों को भी चुना गया है. सभी सात जिलों में 10 हेक्टेयर में सेब की खेती की जाएगी.
खेती करने वाले किसानों को उदयन विभाग की तरफ से 50 प्रतिशत की सब्सिडी मिलेगी. विशेष उद्यानिक फसल योजना (Special Horticulture Cropping Scheme) वर्ष 2021-22 के तहत सभी जिलों में सेब की खेती के लिए भौतिक एवं वित्तीय लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं.
तीन किस्तों में होगा अनुदान (The grant will be in three installments)
भागलपुर, बेगूसराय, वैशाली को दो-दो हेक्टेयर का लक्ष्य दिया गया है, जबकि मुजफ्फरपुर, औरंगाबाद, कटिहार, समस्तीपुर को एक-एक हेक्टेयर में खेती का लक्ष्य दिया गया है. सेब का पौधा सेंटर ऑफ एक्सीलेंस देसरी से उपलब्ध कराया जाएगा. किसान अक्टूबर से फरवरी तक पौधे लगा सकते हैं. सेब की खेती करने वाले किसानों को सब्सिडी की राशि 60:20:20 के अनुपात में तीन किस्तों में दी जाएगी.
प्रथम वर्ष में लगाए गए 75 प्रतिशत पौधे जीवित रहने पर वर्ष 2022-23 में दूसरी किस्त की सब्सिडी दी जाएगी. यदि 90 प्रतिशत पौधे तीसरे और दूसरे वर्ष में जीवित रहते हैं, तो यह वित्तीय वर्ष 2023-24 में दिया जाएगा. प्रति हेक्टेयर 625 सेब के पौधे लगाए जाएंगे, जिसे चार मीटर की दूरी पर लगाना होता है.
किसानों को करना होगा ऑनलाइन आवेदन (Farmers will have to apply online)
सहायक निदेशक उदयन शंभू प्रसाद ने बताया कि सब्सिडी पर सेब की खेती करने वाले किसानों को उद्यानिकी विभाग के पोर्टल पर आवेदन करना होगा.
जरूरी दस्तावेज
इसके आवेदन के लिए जमीन के दस्तावेज, आधार कार्ड, बैक पासबुक, किसान पंजीकरण, फोटो आदि देना होगा.
एक हेक्टेयर की खेती पर 1 लाख 23 हजार 125 रुपये दिए जाएंगे (1 lakh 23 thousand 125 rupees will be given on the cultivation of one hectare)
बागवानी विभाग के अनुसार, एक हेक्टेयर सेब की खेती पर दो लाख 46 हजार 250 रुपये खर्च आएगा. इसमें किसानों को लागत का 50 प्रतिशत यानि एक लाख 23 हजार 125 रुपये की सब्सिडी मिलेगी.
पहली किस्त की सब्सिडी 60 प्रतिशत के अनुसार 73 हजार 875 रुपये, दूसरी किस्त में 24 हजार 625 रुपये 20 प्रतिशत, तीसरी किस्त के अनुसार 24 हजार 625 रुपये 20 प्रतिशत दी जाएगी.
एनबीआरआई भटोलिया में लगाया गया हरिमन प्रजाति का सेब (Hariman species apple planted in NBRI Bhatolia)
सरैया प्रखंड के एनबीआरआई भटोलिया में सेब की खेती हो रही है. एनबीआरआई के संस्थापक अविनाश कुमार 2019 में हिमाचल प्रदेश से सेब की 99 किस्मों के हरिमन के पौधे लाए थे. उसी साल दिसंबर में 15 पौधे लगाए गए थे. सेब में इस साल से फल लगने शुरू हो गए हैं, साथ ही अब 15 पेड़ों पर 60 से अधिक सेब हैं. अविनाश कुमार का कहना है कि सेब के पौधे जलभराव वाली जगहों पर नहीं उगते हैं.
अधिक जानकारी के लिए किसान अपने उदयन विभाग के कार्यालय मुशहरी या मोबाइल नंबर 9431818941 पर भी संपर्क कर सकते हैं.
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