Wild Marigold Flowers: किसानों के लिए जंगली गेंदे की खेती काफी फायदेमंद होती है. क्योंकि जंगली गेंदे की फसल की मांग देश-विदेश के बाजार में सबसे अधिक होती है. बता दें कि जंगली गेंदे के फूलों व पत्तियों से सुगंधित तेल/Scented Oil निकाला जाता है. इसके अलावा इसके फूल का इस्तेमाल इत्र और कई तरह की कीटनाशक दवाइयां बनाने के लिए भी किया जाता है. किसान इसकी खेती बहुत ही आसानी से कर सकते हैं. क्योंकि इसकी खेती के लिए किसानों को अधिक ध्यान देने की जरूरत नहीं होती है.
जंगली गेंदे की खेती भारत के पहाड़ी और मैदानी दोनों ही इलाकों में व्यावसायिक स्तर पर की जाती है. ऐसे में आइए जंगली गेंदे की खेती/Jangli Genda Ki Kheti के बारे में विस्तार से जानते हैं-
जंगली गेंदे की खेती के लिए मिट्टी
जंगली गेंदे की खेती से अच्छी पैदावार प्राप्त करने के लिए गर्मी के दिन अच्छे माने जाते हैं. वहीं, इसके खेती से अच्छा उत्पादन पाने के लिए किसान को जंगली गेंदे की खेती बुलाई दोमट मिट्टी में करनी चाहिए. ध्यान रहे कि मिट्टी का Ph मान 4.5-7.5 के बीच होनी चाहिए. साथ ही मिट्टी में कार्बनिक पदार्थों की प्रचुर मात्रा भी होनी चाहिए. इसके अलावा किसान को खेत में जल निकासी की भी उचित व्यवस्था बनानी चाहिए.
जंगली गेंदे की खेती के लिए बुवाई और सिंचाई विधि
बुवाई विधि: मैदानी इलाकों में जंगली गेंदे के बीजों की बुवाई अक्टूबर महीने में करनी चाहिए. इन इलाकों में रहने वाले किसान को जंगली गेंदे के बीज की सीधी बुवाई करनी चाहिए. वहीं, पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वाले किसानों को इसके बीजों की बुवाई नर्सरी के माध्यम से करनी चाहिए, जिसका उचित समय मार्च से अप्रैल का महीना होता है.
सिंचाई विधि: जंगली गेंदे की खेती की सिंचाई की बात करें, तो मैदानी इलाकों में इसकी खेती के लिए 3-4 बार सिंचाई की जरूरत होती है और वहीं पहाड़ी इलाकों में इसकी खेती की सिंचाई वर्षा पर आधारित होती है.
जंगली गेंदे की खेती के लिए खाद की मात्रा
जंगली गेंदे की खेती के लिए किसान को प्रति हेक्टेयर 10-12 क्विंटल सड़ी हुई गोबर की खाद अंतिम जुताई के समय डालनी चाहिए. इसके अलावा किसान को खेत में 100 किग्रा नाइट्रोजन, 60 किग्रा फास्फोरस और 40 किग्रा पोटाश प्रति हेक्टेयर की दर से डालनी चाहिए. ताकि फसल अच्छे से विकसित हो सके. साथ ही खेत में नाइट्रोजन दो बराबर भागों में पहली निराई (30-40 दिन) पर और दोबारा उसके एक महीने बाद ही खेत में डालें.
जंगली गेंदे की फसल कटाई
मैदानी इलाकों में जंगली गेंदे की फसल की कटाई मार्च के अंतिम दिनों और अप्रैल के मध्य दिनों में कर दी जाती है. पहाड़ी इलाकों में इसके फसल की कटाई सितंबर से अक्टूबर महीने में कर ली जाती है.
जंगली गेंदे की फसल पर लागत और कमाई
जंगली गेंदे की खेती पर किसान का प्रति हेक्टेयर लगभग 3,500 रुपये तक का खर्च आता है और वहीं, इस फसल को किसान बाजार में बेचकर करीब 75,000 रुपये का मुनाफा प्राप्त कर सकता है. स्थान के मुताबिक लागत व कमाई में थोड़ा अंतर देखने को मिल सकता है. क्योंकि अलग-अलग स्थानों के बाजार में जंगली गेंदे की फसल की कीमत विभिन्न हो सकती है.
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