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कटाई-छंटाई के क्या हैं लाभ, जानें कैसै रखे पौधों का विशेष ध्यान

अगर आप पौधों की कटाई-छंटाई पर अधिक ध्यान नहीं देते हैं, तो इससे आपके पौधों को कितना नुकसान पहुंचता है शायद आप यह नहीं जानते हैं. इस लेख में जानें पौधों की कटाई-छंटाई क्यों और कैसे करें.

लोकेश निरवाल
कटाई-छंटाई के क्या हैं लाभ
कटाई-छंटाई के क्या हैं लाभ

फसलों से अच्छा मुनाफा पाने के लिए किसान भाइयों को उनकी कटाई-छंटाई से लेकर अन्य कई महत्वपूर्ण कार्य का ध्यान रखना होता है. अगर सही समय पर पौधों की कटाई-छंटाई (Pruning of Plants)  नहीं की जाएगी, तो वह जंगली पौधों की तरह बढ़ना शुरू हो जाते हैं.

इसी के चलते पौधों पर फल की मात्रा भी कम होने लगती है, कुछ पौधों की तो अगर कटाई-छंटाई न की जाये, तो वह फल नहीं देते हैं और वहीं देखा जाए तो कुछ पौधों से फल पाने के लिए कटाई-छंटाई की आवश्यकता ही नहीं पड़ती है. तो आइए आज के इस लेख में हम कटाई-छटाई के लाभ क्या हैं इसके बारे में विस्तार से जानते हैं.

क्यों करनी चाहिए पौधों की कटाई-छंटाई

  • पौधों की कटाई-छंटाई करने से सूर्य की रोशनी (Sunlight) पौधों की जड़ों तक अच्छी से पहुंचती है.

  • पौधे अधिक मजबूत व तेजी से विकसित होते हैं.

  • कटाई-छंटाई करने के बाद पौधे अपने सही आकार में बढ़ते हैं.

  • नए फल देने वाली शाखाएं अच्छी वृद्धि करती है.

  • पौधों में रोग व कीटों का प्रभाव कम होता है.

कटाई-छंटाई के नियम

अगर आप पौधों की कटाई-छंटाई करने जा रहे हैं, तो कुछ बातों का भी ध्यान रखें. जो कुछ इस प्रकार से हैं.

  • सबसे पहले पौधों से मरी या फिर सूखी हुई, रोगग्रस्त और कमजोर शाखाओं को काट कर फेंक दें.

  • अगर पौधों के आर-पार जाने वाली और एक दूसरे पर चढ़ी हुई शाखाओं को भी सबसे पहले काटें.

  • जमीन से चट करने वाली शाखाओं की भी कटाई-छंटाई करें.

  • इसके अलावा जिन शाखाओं में फल नहीं आ रहे हैं, तो उन्हें आप अपनी जरूरत के मुताबिक ही कटाई-छंटाई करें.

इन औजारों से करें पौधों की कटाई-छंटाई

  • चाकू (Pruning knife)

  • कैंची (Pruning shears)

  • सैकेटियर्स (Secateurs)

  • आरी (Pruning saw)

  • कृन्तन का गंडासा (Bill hook)

  • ट्री पूनर (Tree pruner)

  • लूपर्स (Loopers)

इन विधि से करें कटाई-छंटाई

अगर आप अपने पौधे से अधिक मात्रा में फल प्राप्त करना चाहते हैं, तो आपको कटाई-छंटाई के लिए कुछ विधियों को अपनाना होगा. इन विधियों का नाम पिन्चिंग और वलयन हैं. तो आइए अब इनके बारे में जानते हैं कि यह क्या है और किस तरह से काम करती हैं.

पिन्चिंग विधि (Pinching Method - इसमें आपको तने व शाखाओं के सबसे ऊपरी सिरे से 2 से 3 पनियों की कटाई करनी है. इस विधि में सिर्फ कुछ ही पौधों की कटाई की जाती है. जैसे कि- डहेलिया, गुलदाउदी आदि.

वलयन विधि (Fusion Method- इस विधि में आपको पौधों के तने से करीब 1 से 1.5 सेमी लंबाई में छाल वलय के रूप में काटकर बाहर निकाल देना है ताकि पौधा अच्छे से बढ़ सके.

नोटः अधिक जानकारी के लिए आप Farmer The Journalist के इस वीडियों को देखें.

English Summary: What are the benefits of pruning, know how to take special care of plants Published on: 27 July 2023, 11:38 AM IST

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