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अब बैतूल में पैदा होगा तोतापरी आम, 500 एकड़ में होगी खेती

मध्यप्रदेश के बैतूल जिले के अलावा नर्मदापुरम संभाग में तोतापरी आम की काफी पैदावार होगी. दरअसल प्रदेश सरकार के फूड प्रोसेसिंग को बढ़ावा देने के लिए इस किस्म के पौधे लगवाने का फैसला लिया है. सर्वाधिक 500 एकड़ पेड़ बैतूल में रोपे जाएंगे जबकि हरदा-होशंगाबाद में 250-250 एकड़ में इसकी खेती कराई जाएगी. इसके लिए सरकार चयनित किसान को पहले साल में 43 हजार 200 रूपए प्रति एकड़ के मान से अनुदान भी देगी. इसके लिए किसान उद्यानिकी विभाग से अधिक जानकारी को प्राप्त कर सकता है. बता दें कि इससे पहले होशंगाबाद जिले के बाबई का आम प्रसिद्ध हो चुका है. यहां पर पौध रोपण के लिए ड्रिप सिंचाई पद्धति के माध्यम से सिंचाई की व्यवस्था करनी होगी.

किशन
mango farming

मध्यप्रदेश के बैतूल जिले के अलावा नर्मदापुरम संभाग में तोतापरी आम की काफी पैदावार होगी. दरअसल प्रदेश सरकार के फूड प्रोसेसिंग को बढ़ावा देने के लिए इस किस्म के पौधे लगवाने का फैसला लिया है. सर्वाधिक 500 एकड़ पेड़ बैतूल में रोपे जाएंगे जबकि हरदा-होशंगाबाद में 250-250 एकड़ में इसकी खेती कराई जाएगी. इसके लिए सरकार चयनित किसान को पहले साल में 43 हजार 200 रूपए प्रति एकड़ के मान से अनुदान भी देगी. इसके लिए किसान उद्यानिकी विभाग से अधिक जानकारी को प्राप्त कर सकता है. बता दें कि इससे पहले होशंगाबाद जिले के बाबई का आम प्रसिद्ध हो चुका है. यहां पर पौध रोपण के लिए ड्रिप सिंचाई पद्धति के माध्यम से  सिंचाई की व्यवस्था करनी होगी.

तोतापरी आम का रोपण होगा

यहां के हरदा और होशांगाबाद जिले में एक हजार एकड़ में तोतापरी किस्म के पौधे का रोपण किया जाएगा. इसके तहत पहले साल के लिए 4.32 करोड़ रूपए के अनुदान को मंजूर किया जाएगा. दूसरे और तीसरे साल में सिर्फ मेंटेनेंस राशि मिलेगी. होशांगाबाद और हरदा जिले में 1.08 करोड़ रूपए, जबकि बैतूल में 2.16 करोड़  रूपए का भी अनुदान मिलेगा. यहां पर पंजीयन ऑनलाइन करवाना होगा. साथ ही योजना के क्रियान्वय के लिए सरकार ने कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ को दिशा निर्देश जारी कर दिए गए है. बाद में विभाग ने भी किसानों को जोड़ने के लिए कार्ययोजना बनाई है. तोतापरी आम का उत्पादन बैतूल जिले में अभी बेहद कम मात्रा में होता है.

TYPES OF MANGO

कल्सटर बनाकर होगा किसानों का चयन

किसान यहां पर तय दरों पर पौधे खरीद करेंगे. अगर कोई किसान पौधों की व्यवस्था करने में असमर्थ रहेगा, तो उद्यानिकी विभाग एमपी एग्रो के माध्यम से पौधे खरीदकर देगा. पौधे के मूल्य को भौतिक सत्यापन के बाद अनुदान राशि में समाहित किया जाएगा. इस योजना में किसानों का चयन क्लस्टर बनाकर किया जाएगा. चयनित किया गया है. चयनित किसानों को कम से कम एक एकड़ और अधिकतम 5 एकड़ की सीमा तक एक बार या टुकड़ों में योजना का लाभ लेने की पात्रता होगी.

English Summary: Totapari mango will be born in this district of Madhya Pradesh Published on: 11 October 2019, 03:39 PM IST

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