आज हम गेहूं की खेती करने वाले किसानों को अपने इस लेख में गेहूं की एक ऐसी किस्म के बारे में बताने जा रहे हैं. जिसकी खेती कर किसान अधिक पैदावार हासिल कर सकते हैं. इसके साथ ही अच्छा मुनाफा भी कमा सकते हैं.
बता दें कि हाल ही में मध्यप्रदेश के इंदौर भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान द्वारा गेहूं की एचआई 8823 (डी) किस्म विकसित की गई है. इस किस्म की सबसे खासियत है कि यह उच्च पोषक तत्वों से भरपूर हैं. आइए इस किस्म के बारे में जानकारी देते हैं.
एचआई 8823 डी किस्म की बुवाई का समय (Sowing time of variety HI 8823D)
मध्यप्रदेश के इंदौर भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान द्वारा विकसित की गई एचआई 8823 (डी) किस्म बहुत ही खास मानी जा रही है. अगर आप इस किस्म की बुवाई करना चाहते हैं, तो इसका सही समय 25 अक्टूबर से 05 नवंबर तक का है.
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आपको बता दें कृषि वैज्ञानिकों द्वारा या माना जा रहा ही कि गेहूं की यह किस्म की औसतन उपज 38.5 कुंटल प्रति हेक्टेयर मानी जा रही है. इस किस्म किसान को काफी अच्छी पैदावार प्राप्त कर सकते हैं.
एचआई 8823 D किस्म की सिंचाई का समय (HI 8823 D Variety Irrigation Timing)
गेहूं की इस किस्म सिंचाई की बात करें, तो पहली सिंचाई 40 से 45 दिन में करना है, तो वहीं 0-दूसरी सिंचाई 70 से 75 दिन में करना है.
एचआई 8823 D किस्म के लिए क्षेत्र (Area for HI 8823 D Variety)
गेहूं की यह किस्म मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात क्षेत्र के लिए अधिक उपजाऊ मानी जा रही है. इसके साथ ही राजस्थान क्षेत्र में जैसे कोटा और उदयपुर एवं उत्तर प्रदेश के झांसी इलाकों में खेती के लिए उपयुक्त है.
एचआई 8823 D किस्म की विशेषताएं (HI 8823 D Variety Features)
इस किस्म का गेहूं पतला और नुकीला होता है. इसमें जिंक की मात्रा (40.1ppm) और आयरन (37.9ppm) पाई जाती है. वहीं, प्रोटीन 12.1 प्रतिशत पाया जाता है.
बीज के लिए संपर्क करें (Contact For Seeds)
अगर आप इस किस्म को खरीदना चाहते हैं, तो आप भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान क्षेत्रीय स्टेशन, इंदौर के डॉ. जेबी सिंह के मोबाइल नंबर 9752159512 पर संपर्क कर सकते हैं.
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