लॉकडाउन के कारण एक तरफ जहां गेहूं की कटाई में परेशानी आ रही है, वहीं कटे हुए उपज को मंडी तक ले जाना मुश्किल जान पड़ रहा है. कई किसान तो अच्छा दाम न मिलने के कारण भी उपज को अभी बेचना नहीं चाहते. ऐसे में उपज का कुछ समय के लिए भंडारण करना ही एकमात्र उपाय दिखाई पड़ रहा है.
कटाई से बेचने तक के बीच का समय तो वैसे भी भंडारण का ही होता है, लेकिन यहां लॉकडाउन के कारण ये समस्या अब कुछ गंभीर हो गई है. ऐसे में सही जानकारी न होने के कारण उपज नमी, दीमक, घुन, चूहों आदि द्वारा नष्ट हो रहे हैं. पिछले दिनों आई बरसात से तो किसानों को भारी नुकसान हुआ है. चलिए आज हम आपको बताते हैं कि कैसे आप कम से कम लागत में लंबे समय तक गेहूं को सुरक्षित रख सकते हैं.
गोदाम की करें सफाई
अनाज को रखने के लिए गोदाम या जिस कक्ष का चुनाव कर रहे हैं, उसकी सफाई अच्छे से कर दें. दीमक और पुराने अवशेषों को बाहर निकालकर जलाकर नष्ट करना जरूरी है. दीवारों, फर्श एवं जमीन आदि की दरार को सीमेंट, ईंट से भर दें.
अनाज को धूप में सुखाएं
भण्डारण से पहले उपज को अच्छी तरह से साफ-सुथरा कर धूप में सुखाएं. दानों में नमी न हो, इस बात का विशेष ख्याल रखें. आपको पता ही है कि अनाज में ज्यादा नमी रहने का मतलब फफूंद एवं कीटों को आमंत्रित करना है.
भण्डारण गृह का चुनाव
भण्डारण के लिए इस तरह के कक्ष का चयन करें, जहां सीलन न पड़ती हो. गृह अगर हवादार या जरूरत पड़ने पर वायुरूद्ध किया जा सकने वाला हो, तो और बेहतर है. भण्डार से पूर्व पक्का भण्डार गृह कीटमुक्त करने के लिए मेलाथियान घोल को दीवारों एवं फर्श पर छिड़काव करना चाहिए.
बोरियों को खोलते पानी में डालें
अनाज को बोरियों में रखने से पहले उन्हें 20-25 मिनट तक खौलते पानी में डालना चाहिए. इसके बाद उन्हें धूप में खूब अच्छी तरह सूखा देना चाहिए. ठीक से सूख जाने के बाद ही उसमें अनाज भरना चाहिए.
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