राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान संस्थान (National Agricultural Research Institute) के कृषि वैज्ञानिकों द्वारा सरसों की एक ऐसी किस्म ( Mustard Variety) विकसित की गई है, जो रोग प्रतिरोधी है.
इसके साथ ही वैज्ञानिकों का मानना है कि इस किस्म की बुवाई से किसानों को फसलों का उत्पादन भी अच्छा प्राप्त होगा. आइये जानते हैं सरसों की इस किस्म की खासियत के बारे में.
यह खबर भी पढ़ें - सरसों की खेती में करें इन किस्मों का चुनाव, मिलेगी अधिक पैदावार
दरअसल, सरसों की किस्म जिस किस्म की हम बात कर रहे हैं, उसका नाम पूसा 0031 है. सरसों की यह किस्म अपने स्वाद में लाजबाब है, साथ ही सेहत के लिए भी बहुत अच्छी मानी जा रही है.
फ़िलहाल पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश राज्य में सरसों की इस किस्म के बीज किसानों को उपलब्ध कराए जा रहे है. वैज्ञानिकों का कहना है कि सरसों की इस किस्म से किसान भाई प्रति वर्ष अच्छा उत्पादन भी प्राप्त कर सकते हैं
सरसों की किस्म पूसा ‘0031 की खासियत (Mustard variety Pusa '0031's specialty)
सरसों की इस किस्म की खासियत की बात करें, तो इस किस्म में कई पोषक तत्त्व पाए जाते हैं, जो शरीर को सभी प्रकार के रोगों से लड़ने की शक्ति प्रदान करते हैं. इसके साथ ही ब्लड प्रेशर और हार्ट अटैक जैसी खतरनाक बीमारियों से बचाव होता है. इस किस्म में पाए जाने वाले रासायनिक अम्ल की बात करें, तो इरुसिक एसिड की मात्रा को 2 फीसदी और ग्लूकोसिनोट्स की मात्रा 30 पीपीएम पाई जाती है. इस किस्म से निकलने वाले तेल में सल्फर की मात्रा भी बहुत कम पाई जाती है.
यहाँ से किस्म पूसा 0031 के बीज खरीदे (Buy Seeds of Variety Pusa 0031 From Here)
आपको बता दें सरसों की इस किस्म के बीज कुछ सीमित क्षेत्रों के लिए उपलब्ध कराए गए हैं. इसकी वजह से अन्य क्षेत्रों के किसानों के लिए बीज की खरीदना थोड़ा मुश्किल होगा. अगर आप सरसों की इस किस्म की बुवाई करना चाहते हैं, तो पूसा संस्थान में संपर्क कर सकते है.
Share your comments