आजकल किसानों का धान-गेहूं जैसी परंपरागत फसलों की खेती को छोड़कर दूसरी नकदी फसलों की ओर रुझान ज्यादा बढ़ रहा है. इसमें मिर्च की खेती (Chilli Farming) भी शामिल है. मौजूदा समय में मिर्च की खेती देश के सभी प्रातों में अल्प या बहु मात्रा में होती है.
यह हमारे भोजन का एक अहम हिस्सा मानी जाती है. अगर स्वास्थ्य की दृष्टि से देखा जाए, तो मिर्च शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होती है, क्योंकि इसमें विटामिन ए, सी फॉस्फोरस, कैल्शियम समेत कई कुछ लवण मौजूद होते हैं. भारतीय घरों में मिर्च को अचार, मसालों और सब्जी की तरह उपयोग किया जाता है.
किसान भाईयों को पता होगा कि वह मिर्च की खेती के तहत सब्जी के लिए शिमला मिर्च, सलाद के लिए हरी मिर्च, अचार के लिए मोटी लाल मिर्च और मसालों के लिए सूखी लाल मिर्च की खेती करते हैं. बता दें कि हरी मिर्च की खेती वैज्ञानिक तकनीक से की जाए, तो अच्छी उपज प्राप्त की जा सकती है. इसके लिए किसान भाईयों को पता होना कि अगर मिर्च की खेती के दौरान फूल झड़ने लगे, तो इसकी रोकथाम के लिए क्या करना चाहिए. इस संबंध में कृषि जागरण ने कृषि वैज्ञानिक एस.के त्यागी (कृषि विज्ञान केन्द्र, खरगोन (म.प्र.) से बीतचीत की, जिन्होंने मिर्च में फूल झड़ने की रोकथाम के बारे में बताया...
मिर्च में फूल झड़ने के प्रमुख कारण
मौसम- अगर तापमान 10 डिग्री सेंटीग्रेड से नीचे आ जाए या फिर 37 डिग्री सेंटीग्रेड के ऊपर चला जाए, तो मिर्च में अक्सर फूल झड़ने लगते हैं.
आर्द्रता- यह 60 प्रतिशत से नीच आ जाए या फिर 85 प्रतिशत से ऊपर पहुंच जाए, तो भी मिर्च में अक्सर फूल झड़ने लगते हैं.
बारिश- अगर फूल आते समय बारिश हो जाए, तो इस कारण मिर्च में फूल झड़ने लगते हैं.
खाद व उर्वरक- अगर असंतुलित मात्रा में खाद व उर्वरक का इस्तेमाल किया जाए, तो भी मिर्च में फूल झड़ने की समस्या हो सकता है.
नमी- भूमि में ज्यादा और बहुत कम नमी के कारण भी फूल झड़ने लगते हैं.
कीट व रोगों का प्रकोप- अगर मिर्च की फसल में कीट व रोगों का प्रकोप हो जाए, तो भी फूल झड़ने लगते हैं. बता दें कि मिर्च में ज्यादातर रस चूसने वाले कीट जैसे, फल मक्खी या मकड़ी आदि लगने से फूल झड़ने लगते हैं. इसके अलावा पौधों में हार्मोन का असंतुलन भी फूल झड़ने का कारण बन सकते हैं.
मिर्च में फूल झड़ने से रोकने के उपाय
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सबसे पहले तो किसान भाईयों को मिट्टी परीक्षण कराना चाहिए और उसके आधार पर ही संतुलित मात्रा में खाद व उर्वरत का इस्तेमाल करना चाहिए.
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मिर्च की खेती में सिंचाई ड्रिप तकनीक से ही करना है. ध्यान रहे कि सिंचाई एक दिन छोड़कर ही करना है.
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कीट व रोगों की पहचान समय रहते करना है, साथ ही उसकी रोकथाम करना है.
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अगर फूल झड़ने की समस्या ज्यादा लग रही है, तो फूल आते समय प्लानोफिक्स 1 मिली प्रति 4.5 लीटर पानी में घोलकर छिड़क दें. इसका दूसरा छिड़काव 20 दिन बाद करें.
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इसके साथ ही किसान भाई अपने खेत के चारों तरफ फूल लगाएं. इससे तितलियां और मधुमक्खियां आएंगी, जो कि खेती के लिए लाभकारी होता है.
इस तरह मिर्च में फूल झड़ने की समस्या खत्म हो जाएगी और किसान भाईयों को मिर्च की फसल से अच्छी उपज प्राप्त होगी.
अधिक जानकारी के लिए कहाँ संपर्क करें (Where to contact for more information)
नाम - एस. के. त्यागी
पता - कृषि विज्ञान केन्द्र, खरगोन (म.प्र.) कृषि वैज्ञानिक
मोबाइल नंबर - 8770083621
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