चेरी टमाटर वैज्ञानिक तकनीक से उगाया जाने वाला नए किस्म का टमाटर है. यह साधारण टमाटर की तुलना बहुत ही मीठा होता है. इसकी उपज आसानी से की जा सकती है और यह समशीतोष्ण क्षेत्रों में आसानी से उगाए जा सकते हैं. आइये आज हम आपको इस लेख के माध्यम से अपने घर के बगीचे में चेरी टमाटर के खेती के तरीके के बारे में बताते हैं. चेरी टमाटर की कई किस्में होती हैं इनमें काली चेरी ,चेरी रोमा, टोमेटो टो, कर्रेंट और येलो पियर शामिल हैं.
खेती का तरीका
बीज का चयन:
चेरी टमाटर की फसल को उगाने के लिए सबसे पहले इसकी उच्च गुणवत्ता वाले बीजों का चयन करना चाहिए. आप अपने नजदीक के किसी नर्सरी या बीज की दुकान से इसके बीज खरीद सकते हैं. यह ध्यान रखें कि आप अपने आस-पास की स्थानीय जलवायु को देखते हुए ही बीज का चयन करें.
बुआई
घर में बागवानी के लिए मिट्टी के बर्तनों का इस्तेमाल किया जाता है. चेरी टमाटर को भी इस तरीके से उगाया जा सकता है. बीज को मिट्टी के ऊपरी परत के नीचे ही बोएं. इसकी खाद के लिए गाय के गोबर की इस्तेमाल कर सकते हैं. इसके लिए मिट्टी की पीएच मान 5 से 7 के बीच ही होना चाहिए.
सिंचाई
चेरी के बीज बोने के बाद मिट्टी में 1 से 2 मग पानी डाल दें. गर्मी के समय में इसे थोड़ा ज्यादा पानी की जरुरत होती है.
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कीट प्रबंधन
चेरी टमाटर के पौधों में सनबर्न, ब्लॉसम एंड रोट, फंगल इन्फेक्शन और व्हाइटफ्लाई चेरी जैसे कीटों की लगने की सम्भावना रहती है. इनसे बचाव के लिए आप घरेलू नुस्खों का इस्तेमाल कर सकते हैं. इसके अलावा आप मिट्टी में कॉपर ऑक्सीक्लोराइड के घोल का छिड़काव महीने में एक से दो बार कर सकते हैं.
फायदे
चेरी टमाटर का इस्तेमाल आपके शरीर को कब्ज में राहत और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ीत है. यह कैंसर की कोशिकाओं को मारने की क्षमता भी रखता है. आंखों की रोशनी के साथ-साथ यह हमारे मस्तिष्क क्षमता को भी बढ़ाता है. यह वजन कम करने, गठिया रोग और बाल झड़ने जैसी समस्याओं में भी कारगर साबित होता है.
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