उल्टी मिर्च जिसे बर्ड आई चिली के नाम से भी जाना जाता है. यह भारत के पर्वतीय क्षेत्रों में बड़ी मात्रा में उगाई जाती है. यह स्वाद में बहुत ही तीखी होती है. इस मिर्च की खेती मुख्य रूप से मेघालय, असम और केरल जैसे राज्यों में होती है.
उल्टी मिर्च की खेती का तरीका
धूप
उल्टी मिर्च की खेती के लिए सामान्य मिर्च की तुलना में बहुत ज्यादा बारिश या धूप की जरूरत नहीं होती है.इसके पौधों को 18 से 25 डिग्री सेल्सियस के तापमान की जरुरत होती है. यह पौधा लंबाई में 15 से 30 सेंटीमीटर की ऊंचाई तक बढ़ता है.
रोपाई
उल्टी मिर्च के बीज को खेत में लगभग मिट्टी की 0.5 से 1 सेटीमीटर गहराई में बोया जाता है. ऐसे में पौधे जल्दी अंकुरित होते हैं. खेत पर मिर्च के पौधे निकल आने के बाद खेत की रोपाई करनी होती है, हालांकि इस दौरान ध्यान रखें कि पौधों को कोई नुकसान न पहुंचे.
मिट्टी
उल्टी मिर्च की खेती करने के लिए खेत की मिट्टी का उपजाऊ होना बहुत जरूरी है. आप खेत में जैविक खाद या वर्मी कम्पोस्ट का इस्तेमाल कर सकते हैं. गोबर से बनी खाद भी इसके लिए काफी फायदेमंद रहेगी.
कीड़ों से बचाव
मिर्च के पौधो पर कीड़े लगने की संभावना बिल्कुल ही नहीं रहती है, लेकिन बरसात के मौसम में नमी होने के कारण पौधों पर कीड़े लगने का खतरा बढ़ जाता है. ऐसे में पौधों पर कीटनाशक का छिड़काव अवश्य करना चाहिए.
पैदावार
उल्टी मिर्च के पौधे लगभग 6 साल तक जिंदा रहते हैं. इसको एक बार लगाने पर कम से कम आप 5 से 6 बार मिर्च की फसल तैयार कर सकते हैं. 1 एकड़ जमीन में उल्टी मिर्च के लगभग 22 हजार पौधे लगाए जा सकते हैं, जिसमें प्रति पौधे 200 से 250 ग्राम तक मिर्च की पैदावार होती है.
ये भी पढ़ेंः उल्टी मिर्च क्या है? किसानों को देती है लाखों का मुनाफा, जानें कैसे करें इसकी खेती
कमाई
उल्टी मिर्च की बाजार में कीमत 250 से 300 रुपए प्रति किलोग्राम तक होती है. अगर आप 1 एकड़ की जमीन में इसकी खेती करते हैं तो हर साल लगभग 3 से 4 लाख रुपए तक की कमाई आराम से कर सकते हैं. बता दें कि उल्टी मिर्च को आराम से जूट के बोरे में इकट्ठा करके रखा जा सकता है. इसके रख-रखाव में आपको कुछ विशेष ध्यान की जरुरत नहीं होती है. बस नमी और बारिश की जगहों से इसे जरुर बचाकर रखें.
कृषि में जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए कृषि विभाग, असम 3 से 5 फरवरी, 2023 तक पहला ऑर्गेनिक नॉर्थ ईस्ट एक्सपो आयोजित कर रहा है. एक्सपो का आयोजन सिक्किम स्टेट कोऑपरेटिव सप्लाई एंड मार्केटिंग फेडरेशन लिमिटेड (SIMFED) द्वारा किया जाएगा.
Share your comments