देश में इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है. इस बार ठंड अपने साथ घना कोहरा भी लेकर आई है. खासकर उत्तर भारत के इलाकों में कोहरा का प्रभाव काफी ज्यादा देखने को मिल रहा है. कोहरे के चलते लोगों कई समस्याओं से दो-चार होना पड़ रहा है. कोहरा लोगों की परेशानियों का कारण बना हुआ है. सड़कों पर कोहरे के चलते विजिबिलिटी बिल्कुल जीरो हो गई है और दुर्घटना का खतरा भी बढ़ गया है. इतना ही नहीं, कोहरे का प्रभाव फसलों पर भी देखने को मिल रहा है. घने कोहरे से फसलों को नुकसान पहुंच रहा है. हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि यह फसलों के लिए वरदान भी साबित हो सकता है. अब आप सोच रहे होंगे की जब कोहरे से फसलों को नुकसान पहुंच रहा है तो ये वरदान कैसे साबित हो सकता है.
इन फसलों को कोहरे से फायदा
दरअसल, कोरहा सभी फसलों को नुकसान नहीं पहुंचाता. कुछ फसलों के लिए इसे रामबाण भी माना जाता है. क्योंकि, कोहरा न केवल इन फसलों का उत्पादन बढ़ाता है, बल्कि क्वालिटी में भी सुधार करता है. आपको बता दें कि रबी की मुख्य फसलों में से एक गेहूं और कुछ दलहन समेत तिलहन फसलों के लिए कोरहा काफी फायदेमंद होता है. कोहरे से तापमान में गिरावट आती है और जितना तापमान कम होगा, उतना ही गेहूं का उत्पादन अच्छा होगा. यही वजह है रबी सीजन में उत्तर भारत के किसान कोहरे को काफी शुभ मानते हैं.
पानी की कमी पूरी करता है कोहरा
इतना ही नहीं कोहरा पानी की कमी भी पूरी करता है. धुंध से गेहूं की फसल को पानी देने की आवश्यकता कम हो जाती है, जिससे किसानों की सिंचाई लागत भी कम हो जाती है. इस समय गेहूं की फसल को पानी की जरूरत है. हालांकि, उत्तर भारत के ज्यादातर क्षेत्रों में सीजन के हिसाब से अभी तक पर्याप्त बारिश नहीं हुई है. लेकिन, कोहरे ने किसानों को चिंता मुक्त कर दिया है. यही वजह है की किसानों के चेहरे खिले-खिले नजर आ रहे हैं.
जहां फयदें, वहां नुक्सान भी
जहां एक ओर कोहरा किसानों के लिए फायदेमंद है, वहीं इसके कई नुकसान भी हैं. कोहरे से कई किसानों के सामने भुखमरी की नौबत भी आ सकती है. क्योंकि, गेहूं के लिए तो कोहरा फायदेमंद है, लेकिन सब्जी और फूलों की खेती के लिए ये काफी हानिकारक माना जाता है. ऐसे में सब्जी और फूलों की खेती करने वाले किसानों को थोड़ा सावधान रहना की जरूरत है. सर्दियों में फूलों की फसलें कम उगती हैं, जिसका सीधा असर फूलों की खेती पर पड़ता है.
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