सभी किसान भाइयों की यही कोशिश रहती है कि वह ज्यादा से ज्यादा उत्पादन प्राप्त कर अच्छी आमदनी अर्जित करें, लेकिन जानकारी के अभाव में ऐसा संभव नहीं हो पाता है, क्योंकि कृषि कार्य करने के लिए किसानों के पास ये जानकारी नहीं होती है कि वो किस माह में कौन - सा कृषि कार्य करें.
क्योंकि मौसम कृषि कार्य को बहुत प्रभावित करता है. इसलिए तो अलग- अलग सीजन में अलग फसलों की खेती की जाती है, ताकि फसल की अच्छी पैदावार ली जा सकें. इस समय खरीफ सीजन समाप्त होने के कगार पर है और किसान रबी फसलों की बुवाई कर रहे हैं. ऐसे में आइये जानते है कि नवंबर माह में किसान कौन -सा कृषि कार्य करें-
धान
- धान की शेष पकी फसल की कटाई कर लें.
गेहूं
- धान की कटाई के बाद गेहूं की बुवाई के लिए खेत की तैयारी तत्काल कर लें. खेत की तैयारी के दौरान यह जरूर सुनिश्चित कर लें कि मिट्टी भुरभुरी हो जाये और ढेले न रहने पायें.
- प्रमाणित और शोधित बीज ही बोयें.
- यदि बीज शोधित न हो तो अनुशंसित कीटनाशक से शोधित कर लें.
- खाद और बीज एक साथ डालने के लिए फर्टी-सीड ड्रिल का प्रयोग करना अच्छा होगा.
जौ
- जौ की बुवाई नवंबर के मध्य पूरी कर लें.
- यदि बीज प्रमाणित न हो, तो बुवाई से पूर्व अनुशंसित कीटनाशक से उपचारित करें.
राई
- बुवाई के 15-20 दिन के बाद घने पौधों की छँटनी करके पौधों की आपसी दूरी 15 सेमी कर लें.
- बुवाई के 5 सप्ताह के बाद पहली सिंचाई और फिर ओट आने पर प्रति हेक्टेयर 75 किग्रा नाइट्रोजन का छिड़काव करें.
चना
- बुवाई के 30-35 दिन के बाद निराई-गुड़ाई कर लें.
मटर
- मटर में बुवाई के 20 दिन के निराई अवश्य कर लें.
- बुवाई के 40-45 दिन बाद पहली सिंचाई करें. फिर 6-7 दिन बाद ओट आने पर हल्की गुड़ाई भी कर दें.
मसूर
- मसूर की बुवाई नवंबर के मध्य पूरी कर लें.
इसे भी पढ़ें - अच्छी पैदावार हेतु दिसंबर माह के कृषि एवं बागवानी कार्य
शीतकालीन मक्का
- सिंचाई की सुनिश्चित व्यवस्था होने पर रबी मक्का की बुवाई माह के मध्य तक पूरी कर लें.
- बुवाई के लगभग 25-30 दिन बाद पहली सिंचाई कर दें.
- पौधों के लगभग घुटने तक की ऊँचाई के होने या बुवाई के लगभग 30-35 दिन बाद प्रति हेक्टेयर 87 किग्रा यूरिया की टाप ड्रेसिंग कर दें.
शरदकालीन गन्ना
- बुवाई के 3-4 सप्ताह बाद निराई-गुड़ाई कर लें.
जई
- नवंबर का पूरा महीना चारे हेतु जई बोने के लिए अच्छा है.
सब्जियों की खेती
- आलू की बुवाई यदि अक्टूबर में न हो पायी हो तो अब जल्दी पूरी कर लें.
- टमाटर की बसन्त/ग्रीष्म ऋतु की फसल के लिए पौधशाला में बीज की बुवाई कर दें.
- प्याज की रबी फसल के लिए पौधशाला में बीज की बुवाई करें.
फलों की खेती
- आम एवं अन्य फलों के बाग में जुताई करके खरपतवार नष्ट कर दें.
- केले में पर्ण धब्बा एवं सड़न रोग के लिए अनुशंसित कीटनाशक का छिड़काव करें.
पुष्प व सगन्ध पौधे
- देशी गुलाब की कलम काटकर अगले वर्ष के स्टाक हेतु क्यारियों में लगा दें.
- ग्लेडियोलस में स्थानीय मौसम के अनुसार सप्ताह में एक या दो बार सिंचाई करें.
Share your comments