टमाटर एक ऐसा सब्जी है, जिसे ज्यादातर हर एक सब्जी में डाला जाता है. बाजार में भी इस फल सब्जी की मांग (fruit vegetable demand) बाकी सब्जियों से मुकाबले सबसे अधिक होती है. अगर आप भी टमाटर की खेती कर लाभ कमाना चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए अच्छा विकल्प साबित हो सकता है, क्योंकि इसमें ऐसी विधि के बारे में बताया गया है.
जिसे अपनाकर आप घर में रखे टमाटर से भी लाभ कमा सकते हैं. दरअसल आप आसानी से फ्रिज में रखें टमाटर से भी इसे उगा सकते हैं. इसके लिए आपको अधिक कुछ करने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी. तो आइए आज हम इस लेख में फ्रिज में रखें टमाटर (keep tomatoes in the fridge) से पौधे को आसानी से कैसे उगाए.
फ्रिज में रखें टमाटर का बेहतरीन इस्तेमाल (Keep the best use of tomatoes in the fridge)
इस तरीके के लिए आप सबसे पहले अच्छी क्वालिटी के टमाटर (Good quality tomatoes) को चुने. इसके लिए आप टमाटर की देशी किस्में (Indigenous varieties of tomatoes) यानी की पूसा शीतल, पूसा-120, पूसा रूबी, पूसा गौरव, अर्का विकास, अर्का सौरभ और सोनाली या फिर आप टमाटर की हाइब्रिड किस्में (Hybrid varieties of tomatoes) में पूसा हाइब्रिड-1, पूसा हाइब्रिड-2, पूसा हाइब्रिड-4, रश्मि और अविनाश-2 का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. अगर आपको अच्छी किस्में के टमाटर समझ में नहीं आए तो आप अपनी सुविधा के मुताबिक लाल टमाटर (red tomatoes) का इस्तेमाल भी कर सकते है. इसके बाद में टमाटर को बीच में से काट दें. फिर आप टमाटर के बीजों को अलग निकाल कर रख दें. अगर आप बीज नहीं निकालना चाहते हैं, तो फिर आप इन्हें सीधा काटकर थोड़ा सुखा दें. लेकिन ध्यान रहे कि बीजों को पूरा नहीं सूखने दें.
ऐसा इसलिए की जिससे मिट्टी के सड़ने या फिर फफूंद लगने की गुंजाइश ना हो. अगर आप इन्हें पूरा अच्छे से सुखा देते हैं, तो यह जल्दी ही डिकम्पोज होंगे और जर्मिनेट नहीं होंगे.
बीज के तैयार हो जाने के बाद आपको टमाटर के पौधों (tomato plants ) के लिए मिट्टी तैयार करें. इसके लिए आप 10% कोकोपीट, 20% वर्मी कम्पोस्ट, 10% गोबर की खाद और 50-60% गार्डन की मिट्टी लेनी होगी. इसके अलावा इन पौधों को नाइट्रोजन, पोटेशियम और फास्फोरस की भी जरूरत होती है. इसलिए आप शुरुआत से ही ऐसी मिट्टी को तैयार करें ताकि आपको बाद में यह सब डालने की जरूरत न पड़े.
इसके बाद आपको मिट्टी में 1.5 इंच गड्ढे कर इसमें टमाटर के बीज (tomato seeds) को डालना है. इसके लिए आप गमले में सीड्स जर्मिनेट भी कर सकते हैं. ताकि पौधों को जर्मिनेट और सही माहौल प्राप्त हो सके. इस बात का विशेष तौर पर ध्यान रहे कि गमले में बीज डालते समय बीज न तो अधिक सूखे और न अधिक गीले रहें.
इस तरीके से टमाटर लगाने के लिए मौसम का भी बहुत ध्यान रखना होता है. इसलिए अगर आपके क्षेत्र में अधिक बारिश हो रही है या फिर अधिक गर्मी पड़ रही है, तो इस विधि से टमाटर को मत उगाएं. टमाटर की इस विधि (Tomato recipe) के लिए उपयुक्त तापमान 21 से 27 डिग्री सेल्सियस तक उपयुक्त है. इसलिए आप इसे अगस्त- सितंबर के महीने में करें.
टमाटर की ग्रोथ (tomato growth) के लिए सूरज की रोशनी पौधों को मिलना बेहद जरूरी है. लेकिन अधिक तेज रोशनी पौधों के लिए नुकसानदायक है. इसलिए आप पौधों को तेज धूप की यानी दोपहर के समय इसे सुरक्षित रखें. साथ ही टमाटर के पौधों को रोज पानी देने की भी जरूरत नहीं पड़ती है. बस ध्यान रहे कि मिट्टी नम रहे.
इतना सब करने के बाद बस महीने में एक बार टमाटर के पौधे में नाइट्रोजन और फास्फोरस खाद (Nitrogen and phosphorus fertilizer in tomato plant) को जरूर डालें. ताकि यह अच्छे से वृद्धि कर सके. जैसे ही यह बढ़ना शुरू कर दें. इसे आप सहारा दें यानी की पौधों को किसी के सपोर्ट में बांध दें. अगर आप इस विधि से टमाटर की खेत करते हैं, तो ये दो ही महीने में इसका रिजल्ट देंगे.
इन बातों का ध्यान रखें (keep these things in mind)
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टमाटर के पौधों (Tomato plants) को कीड़ों से दूर रखें. ताकि पौधे मरे नहीं. बता दें कि टमाटर में कई तरह के रोग लगते हैं, जैसे ही इसे पौधे में फल आना शुरू हो जाए, तो इनका ध्यान रखना शुरू कर दें.
टमाटर में लगने वाले प्रमुख रोग (Major diseases of tomato)
आर्द्र गलन, डैम्पिंग ऑफ, झुलसा या ब्लाइट, फल सड़न आदि.
टमाटर के प्रमुख कीट (major pests of tomatoes)
हरा तैला, सफेद मक्खी, फल छेदक कीट एवं तम्बाकू की इल्ली आदि.
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गहरे गमले चुने ताकि पौधे को आप घर के गार्डन, टैरेस या फिर बालकनी में सरलता से लगा सकें.
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पौधों में ऑर्गेनिक फर्टिलाइजर (organic fertilizer) का भी इस्तेमाल जरूर करें. ताकि यह अच्छे से फलफूल सके.
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घर में तैयार टमाटर के पौधे से अच्छी पैदावार प्राप्त करने के लिए आप समय-समय पर इनकी निराई-गुड़ाई जरूर करें.
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जब आपके पौधे में फलों का रंग हल्का लाल हो जाए, तो समझ जाए कि फल की तुड़ाई का समय आ गया है.
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