स्ट्रॉबेरी हर एक व्यक्ति की पसंद होती है, क्योंकि यह एक स्वादिष्ट कम खट्टा और साथ ही मीठा फल है. दिखने में भी यह फल बेहद सुदंर होता है. इस फल को अधिक नरम और खुशबू वाला फल भी माना जाता है.
यह दिखने में दिल की तरह दिखाई देता है, इसलिए बाजार में हमेशा स्ट्रॉबेरी की मांग बनी रहती है. इसी मांग के कारण किसान भी स्ट्रॉबेरी की खेती की तरफ तेजी से बढ़ रहे हैं. आपको बता दें कि देश में पुराने समय से ही इसकी खेती की जाती है. यह पारंपरिक फसलों में से एक है. इसकी खेती किसानों को अधिक मुनाफा देती है. अगर आप भी स्ट्रॉबेरी की खेती (Strawberry Farming) करने के बारे में विचार कर रहे हैं, तो यह लेख आपके लिए अच्छा विकल्प साबित हो सकता है.
देश के इन राज्य में हो रही स्ट्रॉबेरी की खेती (Strawberry cultivation is happening in these states of the country)
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारत में स्ट्रॉबेरी की खेती रबी सीजन (Strawberry Cultivation Rabi Season in India) में की जाती है. इसी कारण इसे हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू कश्मीर राज्य में सबसे अधिक किया जाता है, लेकिन आधुनिक समय में किसान नई तकनीकों का इस्तेमाल कर इसकी खेती को कम ठंड़ी वाले इलाकों में भी कर सकते हैं. जिन राज्य में गर्मी पड़ी है, जैसे कि उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान राज्य में भी अब किसान इसकी खेती कर लाभ कमा सकते हैं.
स्ट्रॉबेरी की उन्नत किस्में (Strawberry varieties)
वैसे तो पूरी दुनिया में स्ट्रॉबेरी की 600 से अधिक किस्में है, जिसकी खेती किसान अपने खेत में कर रहे हैं, लेकिन अगर हम भारत में इसकी खेती की बात करें, तो देश में इसकी कुछ ही किस्मों की खेती की जाती है, जो कुछ इस प्रकार से है. कमारोसा, चांडलर, ओफ्रा, ब्लैक मोर, स्वीड चार्ली, एलिस्ता और फेयर फॉक्स आदि किस्मों की खेती की जाती है. इन सभी किस्मों को सितंबर से अक्टूबर महीने में बोया जाता है और साथ ही बलुई दोमट और लाल मिट्टी स्ट्रॉबेरी की खेती के लिए अच्छी मानी जाती है, क्योंकि इस मिट्टी में स्ट्रॉबेरी की अधिक पैदावार और फल में मिठास आती है.
इस तरह से करें स्ट्रॉबेरी की खेती (Cultivate strawberries in this way)
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स्ट्रॉबेरी की खेती करने के लिए किसान भाई अपने खेत में पॉलीहाउस (Strawberry Farming in Polyhouse) और हाइड्रोपोनिक्स विधि (Strawberry Farming in Hydroponics Technique) को शामिलकरें, क्योंकि इस विधि से वह कम समय में अधिक मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं.
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स्ट्रॉबेरी की खेती करने से पहले आप अपने खेत को जैविक विधि से अच्छे से तैयार करें.
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खेत की गहरी और अच्छी जुताई करें और फिर खेत में जीवांश और कार्बनिक पदार्थों से भरपूर वर्मीकंपोस्ट (vermicompost for Strawberry Farming) की खाद मिलाएं. ऐसा करने से खेत की मिट्टी की उपज शक्ति बढ़ जाती है.
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इन सब के बाद आप खेत में ऊंचाई पर बेड बनाएं और इसके बीच की दूरी लगभग 1से 2 फुट की दूरी रखें.
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इसके बाद खेत में ड्रिप इरिगेशन यानी टपक सिंचाई (Drip Irrigation for Strawberry Farming) करें और साथ ही खेत में नमी को बनाए रखें.
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इसके बाद खेत मेंप्लास्टिक मल्चिंग बिछाएं और फिर बीजों की बुवाई करीब 30 सेमी. की दूरी पर प्लास्टिक मल्चिंग में सही से छेद करें. इस तरह से आप स्ट्रॉबेरी की खेती के लिए अपने खेत को तैयार कर सकते हैं.
स्ट्रॉबेरी में लगने वाले रोग (Diseases of strawberries)
स्ट्रॉबेरी की खेती (Strawberry Farming) के दौरान किसानों को इसमें लगने वाले रोगों पर भी बेहद ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि इसकी फसल में रोग बहुत जल्दी लग जाते हैं और फिर पूरी फसल को नुकसान पहुंचाते है, इसलिए आपको स्ट्रॉबेरी की फसल में कीटों (Pests in Strawberry Crop) में पतंगे, मक्खियाँ चेफर, स्ट्राबेरी जड़ विविल्स झरबेरी एक प्रकार का कीड़ा, रस भृग, स्ट्रॉबेरी मुकट कीट कण जैसे कीट लगने से बचाना चाहिए. इसके बचाव के लिए फसल में नीम की खल (neem cake) पौधों की जड़ों को डाल दें. इसके अलावा वैज्ञानिकों की सलाह से फसल में कीटनाशक दवाइय़ों (insecticides) का उचित समय पर छिड़काव करें.
स्ट्रॉबेरी की खेती में कमाई (Strawberry farming income)
अगर आप इस तरह से अपने खेत की तैयार करते हैं, तो आप एक एकड़ खेत में लगभग स्ट्रॉबेरी के 22 हजार पौधे लगा सकते हैं. एक बार पौधे विकसित होने के बाद आप हर दिन 5 से 6 किलो फल प्राप्त कर सकते हैं. इस तरह से अगर हिसाब लगाया जाए, तो हर एक स्ट्रॉबेरी पौधे (strawberry plant) से किसान 500 से 700 ग्राम का उत्पादन प्राप्त कर सकता है. ठीक इसी प्रकार से एक सीजन में आप इसकी खेती से 80 से 100 क्विंटल फलों का उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं. इस तरह से आप इसकी खेती से 6 से 12 लाख रुपए सरलता से कमा सकते हैं.
अगर संक्षेप में कहा जाए, तो किसानों के लिए स्ट्राबेरी की खेती में अपार संभावनाएं हैं. यदि कोई किसान भाई कम समय में अधिक मुनाफा कमाना चाहता हैं, तो उसके लिए स्ट्रॉबेरी की खेती (strawberry farming) अच्छा विकल्प साबित हो सकती है.
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