Wheat Crop: अप्रैल महीने की शुरुआत हो चुकी है और देश के ज्यादातर राज्यों में गेहूं की फसल भी अब पककर तैयार है. ऐसे में अब कटाई भी शुरू हो गई है. हालांकि, अप्रैल की दस्तक के साथ ही गर्मियों के मौसम की भी शुरुआत हो चुकी है. इस बार अप्रैल से ही रिकॉर्ड तोड़ गर्मी पड़नी शुरू हो गई है. हालात ये है की कई क्षेत्रों में तो पारा 40 डिग्री के पार पहुंच चुका है.
देश में बढ़ते तापमान का असर कृषि क्षेत्र पर भी दिखता है. जैसे-जैसे तापमान बढ़ता है, वैसे-वैसे आग लगने की घटनाएं भी बढ़ती हैं. ऐसी स्थिति में किसानों को विशेष ध्यान देने की जरूरत है. क्योंकि, ज्यादा गर्मी के चलते खासकर गेहूं की फसल में आग लगने का खतरा बढ़ जाता है. फसल में आग लगने के कारण किसानों की पूरी मेहनत बर्बाद हो जाती है और उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ता है.
ऐसी स्थिति में किसानों को विशेष ध्यान देने की जरूरत है. क्योंकि, ज्यादा गर्मी के चलते खासकर गेहूं की फसल में आग लगने का खतरा बना रहता है. फसल में आग लगने के कारण किसानों की पूरी मेहनत बर्बाद हो जाती है और उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ता है.
आंकड़े बताते हैं की हर साल लाखों रुपये की गेहूं की फसल आग लगने के चलते बर्बाद हो जाती है. जिससे किसानों का भारी नुकसान होता है. इसकी वजह यह है कि किसानों को समय पर उचित मदद नहीं मिल पाती है. ऐसे में कृषि जागरण के इस आर्टिकल में आज हम आपको 10 ऐसी टिप्स/Crop Protection Tips बताएंगे, जिन्हें ध्यान में रखकर किसान अपनी गेहूं की फसल को आग लगने से बचा सकते हैं.
इन बातों का रखें विशेष ध्यान
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गेहूं के खेतों के पास आग न जलाएं और न ही किसी को जलाने दें.
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यदि कोई खेत में बीड़ी-सिगरेट पीता है तो उसे ऐसा करने से रोंके.
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ट्रैक्टर, कंबाइन आदि पर बैटरी की तारों में स्पार्किंग न होने दें. ट्रैक्टर को खेत में ले जाने से पहले किसी अच्छे इलेक्ट्रीशियन से तार आदि की मरम्मत और सर्विस ठीक से करवा लें.
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घर के आंगन में बने चूल्हे में काम हो जाने के बाद आग को अच्छी तरह बुझा लें. ध्यान रहे चूल्हे में आग न छोड़ें. पानी का छिड़काव करके उसे पूरी तरह बुझा दें. ताकि तेज हवा से आग उड़कर खेतों में न पहुंचे.
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खेत के पास कुछ ऐसी व्यवस्था करें, ताकि वहां पानी स्टोर करके रखा जा सके. खेतों में आग लगने की स्थिति में आग को जल्द से जल्द बुझाया जा सकता है.
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खेतों में ट्रांसफार्मर के आस-पास बुवाई न करें. ट्रांसफार्मर में स्पार्किंग होने पर भी खेती में आग लगने का खतरा बना रहता है.
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दिन के समय खेतों में बिजली का उपयोग करने से बचें और दूसरों को भी ऐसा करने के लिए कहें. केवल रात के समय ही बिजली का उपयोग करें.
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आग लगने पर घबराएं नहीं. सबसे पहले इसकी सूचना आस पास के लोगों को दें, ताकि जल्द से जल्द आग पर काबू पाया जा सके.
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जरूरत पड़ने पर तुरंत फायर ब्रिगेड (Fire Brigade Number 101) को कॉल करें.
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पुराने उपकरणों जैसे ट्रैक्टर या मशीन का उपयोग करने से बचें. पुराने उपकरणों में स्पार्किंग का खतरा बना रहता है.
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