आज कृषि जागरण एक ऐसी तकनीक की जानकारी लेकर आया है, जिसकी मदद से आप लौकी के एक ही पौधे से ज्यादा से ज्यादा फल प्राप्त कर सकते हैं. आमतौर पर लौकी के एक पौधे (बेल) से 50 से 150 लौकियां निकलती हैं, लेकिन अगर इस तकनीकी का प्रयोग किया जाए, तो आप एक ही बेल से सैकड़ों लौकियां ले सकते हैं.
यानि आप डबल मुनाफा कमा सकते हैं, जबकि इसमें लागत ज्यादा प्रभावित नहीं होगी.
क्या है नई तकनीक? (What is new technology?)
जो किसान लौकी की खेती करते हैं, वे इस तकनीक से लौकी की ज्यादा फसल प्राप्त कर सकते हैं. बता दें कि सभी तरह के सजीव में नर और मादा होते हैं. ठीक वैसे ही सब्जियों में भी नर और मादा फूल होते हैं, लेकिन लौकी की बेल में नर फूल ही होते हैं.
अगर लौकी में एक विशेष तरह की तकनीकि का इस्तेमाल करें, तो उसमें मादा फूल आते हैं. इससे लौकी की एक बेल से ज्यादा उत्पादन ले सकते हैं. इस तकनीकि को 3 'जी' कहा जाता है.
3 जी तकनीक का तरीका (Way of 3G Technology)
लौकी की बेल की खासियत होती है कि बेल चाहे जितनी भी लंबी हो जाए, उसमें नर ही फूल आते हैं. अगर इसे रोकना है, तो एक नर फूल छोड़कर बाकी सारे नर फूल तोड़ देना चाहिए.
इसके कुछ दिन बाद उसी बेल में साइड से एक शाखा निकलने लगती है, फिर उस शाखा में आने वाले जितने नर फूल होते हैं, उनमें से एक को छोड़कर बाकी के सारे नर फूल तोड़ दें. इसके बाद उस शाखा को किसी लकड़ी से बांध दिया जाता है, ताकि वो चलती रहे.
ध्यान रहे कि 3 से ज्यादा शाखाएं न होने दें. फिर कुछ दिन बाद बेल से तीसरी शाखा निकलने लगती है. इस शाखा के हर पत्ते में मादा फूल आएगा, जो फल में बदल जाता है. मादा फूल की पहचान करने के लिए बता दें कि ये कैप्सूल की लंबाई में होगा.
एक बेल में आएंगी 300 से 400 लौकी (300 to 400 gourds will come in one vine)
अगर आप इस तकनीक को अपनाते हो, तो एक बेल से लगभग 300 से 400 तक लौकी प्राप्त कर सकते हो. अगर 3 जी तकनीक से लौकी की खेती करें, तो एक बेल से लगभग कई गुना ज्यादा लौकियां प्राप्त की सकती हैं.
मगर यह तकनीक काफी हद तक मौसम पर भी निर्भर है और 3 जी की प्रक्रिया को मचान पर करने से लगभग 400 से 500 तक की लौकी का उत्पादन कर सकते हैं.
इसके साथ ही ध्यान रहे कि ये प्रक्रिया 20 लौकी के पौधे में अपनाने के बाद 21 वें पेड़ में कुछ नहीं किया जाएगा. इसके बाद 22 वें पेड़ से फिर से वहीं प्रक्रिया दोहराते रहिए. अगर मान लें कि एक हेक्टेयर में 500 लौकी के पौधे लगाए हैं, तो 20 पौधों के बाद 21 वें पौधे पर प्रक्रिया न अपनाएं. यानि 22 वें पेड़ से वो प्रक्रिया दोहरा सकते हैं.
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