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सिंजेंटा ने कोविड महामारी के दूसरे चरण में ग्रामीण स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत करने के लिए की बड़ी पहल

कोविड महामारी की दूसरी लहर के साथ ग्रामीण भारत एक अभूतपूर्व महामारी की चपेट में है. ऐसे कठिन समय में कृषि क्षेत्र की प्रमुख कंपनी सिंजेंटा इंडिया ने किसानों को स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियों से निपटने में मदद करने के लिए कदम बढ़ाया है. कंपनी हेल्थकेयर इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने की दिशा में देश भर में सीएसआर पहलों की एक श्रृंखला शुरू कर रही है.

सचिन कुमार
Syngenta
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कोविड महामारी की दूसरी लहर के साथ ग्रामीण भारत एक अभूतपूर्व महामारी की चपेट में है. ऐसे कठिन समय में कृषि क्षेत्र की प्रमुख कंपनी सिंजेंटा इंडिया ने किसानों को स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियों से निपटने में मदद करने के लिए कदम बढ़ाया है. कंपनी हेल्थकेयर इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने की दिशा में देश भर में सीएसआर पहलों की एक श्रृंखला शुरू कर रही है.

सिंजेंटा इंडिया के प्रबंध निदेशक राफेल डेल रियो ने कहा,"हम अस्पतालों से लगातार संपर्क में हैं. हम उन्हें स्थायी समर्थन प्रदान करने की पहल कर रहे हैं, इसलिए मास्क, दस्ताने, पीपीई किट और सैनिटाइज़र जैसी बुनियादी सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराने के अलावा, हम ऑक्सीजन कंसंटेटर, बेड और टेस्टिंग किट सहित चिकित्सा उपकरण भी नि:शुल्क मुहैया करा रहे हैं. देखा जा रहा है ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध नहीं हो पा रहा है, लेकिन बेड आसानी से उपलब्ध हैं,इसलिए हमने अस्पताल के कुछ संसाधनों पर दबाव को कम करने में मदद करने के लिए अस्पतालों के बेड मुहैया कराने के लिए निवेश करने का फैसला किया.”

राफेल ने बताया कि कैसे कंपनी किसानों की मदद करने के साथ कंपनी के कर्मचारियों और उनके परिवारों की भी मदद करने के लिए हरसंभव उपाय कर रही है. उन्होंने कहा, “इस चुनौतीपूर्ण समय में, हम अपने सहयोगियों को यथासंभव व्यावहारिक मदद देना चाहते हैं. हमने चिकित्सा सलाह सुविधाओं को मजबूत करने के अलावा हमारे साथ काम करनेवाले पार्ट टाइमर कर्मचारियों के लिए एक बीमा भी स्थापित किया है. किसानों और ग्रामीणों के लिए इस महामारी के समय सही जानकारी मिलना मुश्किल होता है. सिंजेंटा एक बार फिर किसानों को विश्वसनीय जानकारी और कोविड सहायता प्रदान करने के लिए एक विशेष किसान कॉल सेंटर स्थापित कर रहा है, जिसमें उनके और उनके परिवार के सदस्यों के लिए मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों को संबोधित करना शामिल है.

कॉल सेंटर नौ भारतीय क्षेत्रीय भाषाओं में जानकारी प्रदान करेगा. “इस कॉल सेंटर से आंध्र प्रदेश, बिहार, गुजरात, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा, तेलंगाना और उत्तर प्रदेश के किसानों, उनके परिवारों और कृषि श्रमिकों को लाभ होने की उम्मीद है. यहपिछली बार महामारी के पहले चरण के दौरान बहुत मददगार साबित हुआ था.

सिंजेंटा इंडिया के चीफ सस्टेनेबिलिटी ऑफिसर डॉ. केसी रवि ने एक और बड़ी पहल के बारे में बताते हुए कहा,“बीमारी को जल्दी पता लगाने के लिए तात्कालिकता को देखते हुए हम मध्य प्रदेश के मुरैना जिले के अंबा उपमंडल के सिविल अस्पताल में सीटी स्कैनिंग मशीन प्रदान कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि चूंकि ये उपकरणों की सप्लाई हमारे देश में काफी कम हो रही है औरइसमें लंबा समय भी लग रहा है, इसलिए हम 58 बेड वाले इस अस्पताल के लिए जापान से मशीन को एयरलिफ्ट कर रहे हैं. इस अस्पताल में आसपास के गांवों से हर दिन लगभग 800 मरीज आते हैं. देश में सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में से एक में इस सुविधा की अत्यधिक आवश्यकता है, क्योंकि मरीज स्कैनिंग के लिए पड़ोसी राज्यों सहित दूरदराज के स्थानों की यात्रा कर रहे हैं, जिससे न केवल उनका जोखिम बढ़ रहा है, बल्कि उपचार में भी देरी हो रही है.

देश में चिकित्सा के लिए बेड की भारी कमी को देखते हुए कंपनी तत्काल आधार पर देश भर के लगभग ग्रामीण अस्पतालों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को 2000 बेड स्थापित करके व्यवस्थित करने में सहायता कर रही है. कंपनी के अधिकारी अग्रिम पंक्ति के कर्मचारियों के बीच बड़ी मात्रा में सैनिटाइज़र, पीपीई और मास्क वितरित कर रहे हैं. टेस्ट में तेजी लाने के लिए ग्रामीण और अस्थायी अस्पतालों को भी हजारों रैपिड टेस्ट किट दिए गए हैं. गोवा मेडिकल कॉलेज और पुणे के अस्पतालों के लिए कई अन्य उपयोगी चिकित्सा उपकरणों की व्यवस्था की जा रही है. इसके अतिरिक्त, गुजरात में हमारे उत्पादन स्थल के आसपास भी ग्रामीण अस्पतालों को ऑक्सीजन प्रदान कर रहे हैं.

डॉ रवि ने कहा,“कोविड संक्रमण रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच रहे हैं और स्वास्थ्य व्यवस्था भी दम तोड़ती नजर आ रही है. हम चिकित्सा उपकरणों और ग्रामीणों के कोविड प्रबंधन के लिए आंध्र प्रदेश सरकार को 25 लाख रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान कर रहे हैं. सिंजेंटा ने कोविड19 महामारी की पहली लहर से मुकाबले के लिए पूरे भारत कोविड सहायता कार्यक्रमों की एक श्रृंखला शुरू की थी. कार्यक्रमों से 1.5 मिलियन से अधिक किसानों को लाभ हुआ था. पहली लहर में लॉकडाउन के दौरान किसानों को बाजार से जोड़ने में मदद की गयी, जिससे किसानों को अपनी उपज का 2,442 मीट्रिक टन बेचने में मदद मिली और इससे वे 4.87 करोड़ रुपये कमाये. सिंजेंटा ने एनजीओ पार्टनर ‘अक्षय पात्र फाउंडेशन’ और अन्य एनजीओ के साथ मिलकर महामारी के पहले चरण के दौरान देश भर में 100 से अधिक एपीएमसी मंडियों में बड़े पैमाने पर खाद्य वितरण अभियान के साथ 3,00,000 से अधिक किसानों, खेत श्रमिकों और मजदूरों का समर्थन किया.

सिंजेंटा के विषय में

सिंजेंटा एक अग्रणी कृषि कंपनी है, जो लाखों किसानों को उपलब्ध संसाधनों का बेहतर उपयोग करने में सक्षम बना कर वैश्विक खाद्य सुरक्षा में सुधार करने में मदद कर रही हैविश्व स्तरीय विज्ञान और नवोन्मेषी फसल समाधानों के माध्यम से,90 से अधिक देशों में इसके 28,000 लोग फसल उगाने के तरीकों में नए बदलाव कर उत्पादकता को बढानेकी राह पर काम कर रहे हैं. भूमि को क्षरण से बचाने, जैव विविधता को बढ़ाने व ग्रामीण समुदायों को पुनर्जीवित करने के लिए कंपनी प्रतिबद्ध हैं.

English Summary: syngenta initiate against coronavirus in rural area Published on: 21 May 2021, 07:18 PM IST

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