नेशनल फर्टिलाइज़र्स लिमिटेड (एनएफएल), भारत सरकार का उपक्रम, ने वर्ष 2017-18 के दौरान (स्टैंडआलोन) रु 334.83 करोड़ के कर पूर्व लाभ के साथ रू. 9025 करोड़ की रिकार्ड प्रचालनों से कुल आय दर्ज की है जो कि पिछले 15 वर्षों में सर्वाधिक है | कंपनी ने वित्तीय वर्ष के लिये रु. 212.77 करोड का नेट लाभ (कर पश्चात् लाभ) अर्जित किया है |
वर्ष के दौरान कंपनी ने 118% क्षमता उपयोग के साथ 38.10 लाख मी.टन यूरिया का उत्पादन किया, जो आज तक का सर्वाधिक उत्पादन है | इस प्रकार देश के कुल यूरिया उत्पादन में कंपनी का हिस्सा 15.9% है | एनएफएल द्वारा रिकार्ड उत्पादन संयंत्रों के अविरूद्ध संचालन तथा पुन:निर्धारित (100%) क्षमता से अधिक, अतिरिक्त उत्पादन के लिये भारत सरकार की अनुकूल यूरिया नीति के कारण संभव हो पाया |
वर्ष के दौरान कंपनी ने 43.09 लाख मी.टन उर्वरकों की आज तक की सर्वाधिक बिक्री की है, जिसमें 39.16 लाख मी.टन यूरिया तथा 3.93 लाख मी.टन अन्य उर्वरक, यानि कि आयतित उर्वरक (डीएपी, एमओपी, एपीएस), बेंटोनाइट सल्फर तथा कम्पोस्ट शामिल है।
वर्ष के दौरान कंपनी की अनुकरणीय वित्तीय परफारमैन्स, संयंत्रों के ऊर्जा कुशल संचालन तथा पिछले दो वर्षों में आरम्भ की गई कई पहलों जैसे कि बडे पैमाने पर उर्वरकों का आयात, प्रमाणित बीजों के उत्पादन एवं बिक्री हेतु बीज गुणन कार्यक्रम की शुरूआत, कंपनी के अपने ब्राण्ड नाम के तहत विभिन्न मोलीक्यूल्ज के कृषि रसायनों का व्यापार, नंगल यूनिट में अमोनियम नाइट्रेट प्लांट को फिर से चालू करना, पानीपत यूनिट में बेंटोनाइट सल्फर प्लांट की शुरूआत आदि के कारण संभव हो पाई | कंपनी एकल उत्पाद से बहु उत्पाद कंपनी में तब्दीलहो गई है और अपने विस्तृत मार्केटिंग नेटवर्क द्वारा उत्पाद उपलब्ध करवा रही है |
यूरिया के उत्पादन एवं बिक्री के अपने मुख्य व्यवसाय के अलावा, आयतित उर्वरकों, बीज, कृषि रसायनों तथा कंपोस्ट के व्यवसाय में प्रवेश करके कंपनी विकास की ओर अग्रसर है | इस समय किसानों को एक ही छत के नीचे उपलब्ध कराने के लिये एनएफएल के कोष में विविध उत्पाद जैसे कि यूरिया, डीएपी, एमओपी, एपीएस, एनपीके, जैव-उर्वरक, बेंटोनाइट सल्फर, सिटी कम्पोस्ट, बीज तथा कृषि रसायन शामिल हैं |
वर्तमान में एनएफएल प्राकृतिक गैस पर आधारित पांच यूरिया संयंत्रों का प्रचालन कर रही है जो पंजाब में नंगल तथा बठिण्डा, हरियाणा में पानीपत तथा दो अत्याधुनिक संयंत्र मध्यप्रदेश में विजयपुर में स्थित हैं |
कंपनी को इसरो से डाइ-नाइट्रोजन टेटरोक्साइड (N2O4) की सप्लाई का ऑड़र मिला है जिसके लिये एनएफएल विजयपुर यूनिट में BOOS (बिल्ड, ओन, आप्रेट एण्ड सप्लाई) आधार पर प्लांट की स्थापना करने जा रही है |
उपरोक्त के अलावा, कंपनी ईआईएल, एफसीआईएल तथा तेलंगाना राज्य के साथ संयुक्त उद्यम में तेलंगाना राज्य के रामागुण्डम में स्थित, बन्द पड़े यूरिया प्लांट को फिर से चालू करने जा रही है तथा अल्जीरिया या अन्य किसी देश में संयुक्त उद्यम के रूप में बाई-बैक करार के तहत डीएपी प्लांट की स्थापना करके विदेश में कारोबार का विस्तार करने का प्रयास रही है |
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