कोरोना महामारी के बाद अगर भारतीय बाजारों की बात करें, तो यह कहना गलत नहीं होगा कि मंदी के साथ-साथ भारतीय बाजारों ने उम्मीद की कई किरणें भी देखी हैं. स्टार्टअप का एक ऐसी लहर उठी जिसने लगभग-लगभग हर क्षेत्र को छू लिया है.
नौकरी की तलाश में भटक रहे लोगों ने कहीं खुद का स्टार्टअप शुरू किया, तो कहीं उसी स्टार्टअप ने कई लोगों के नौकरी की भूख को शांत किया. स्टार्टअप और उनकी सफलताओं के बारे में सुना होगा, लेकिन हम आपको एक ऐसे स्टार्टअप के बारे में बताने जा रहे हैं, जो अपने आप में नायाब है. कोई भी इंसान कुछ शुरू करने से पहले उस क्षेत्र में काम कर रहे विशेषज्ञों की सलाह लेते हैं फिर वह काम शुरू करते हैं, लेकिन आर्गेनिक MP स्टार्टअप की कहानी दूसरों से काफी अलग और दिलचस्प है.
स्वप्निल श्रीवास्तव ने 12वीं कक्षा पास करने के बाद आगे क्या करना सही होगा यह विचार करने गुरु- "श्री श्री 1008 श्री दादा धर्म धुरंधर दास महात्यागी महाराज जी" के आश्रम पहुंचे, तो उनके जीवन का लक्ष्य और मकसद दोनों ही बदल गया. "श्री श्री 1008 श्री दादा धर्म धुरंधर दास महात्यागी महाराज जी" ने स्वप्निल को भारतीय कृषि व्यवस्था की गंभीर समस्याओं से रूबरू करवाया, लोगों के खान-पान का क्या चलन है इसके बारे में भी बताते हुए स्वप्निल को इस दिशा में कुछ करने की सलाह दी. स्वप्निल के मन में जगी उत्सुकता की वजह से वह इसे और भी गहराई में जाकर अच्छे से समझने लगे. शायद उसी का यह परिणाम है कि आज आर्गेनिक MP हम सबके सामने मजबूती से खड़ा है.
क्या है आर्गेनिक MP?
आर्गेनिक MP की शुरुआत भले ही 2018 में हुई हो, लेकिन इस पर काम 2013 से ही शुरू कर दिया गया था. गावं की क्या समस्या है इसके बारे में जानने और इसको जड़ से खत्म करने के प्रयास में स्वप्निल ने इस दौरान कई गांव घूमे और जमीनी समस्याओं का पता लगाया. गांव के किसानों के लिए वह सारी सुख-सुविधा का इंतेजाम किया, जिसकी उन्हें जरुरत थी.
2015 से लेकर 2017 तक स्वप्निल ने कई शोध किए और विशेषज्ञों की सलाह को मानते हुए घटती जल तालिका, हानिकारक रसायनों के अत्यधिक उपयोग के कारण मिट्टी की घटती उर्वरता, बाजार तक पहुंच का अभाव, अनुसंधान सुविधाओं का अभाव, खेती के नए तरीकों के बारे में जानकारी ना होने की समस्याओं पर काम किया.
जिसके बाद उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी कर 2018 में आर्गेनिक MP की स्थापना की. आज के समय में वो और उनकी पूरी टीम 365 दिन 24 घंटे किसानों की सेवा में तत्पर हैं. उनकी मेहनत और सच्ची निष्ठा को संज्ञान में लेते हुए उन्हें और उनकी टीम को कई पुरस्कारों से भी नवाजा गया है. महामारी के दौरान भी इनकी टीम ने मुफ्त राशन जरुरतमंदों तक पहुँचाने का काम किया था.
क्या है आर्गेनिक MP का मुख्य मकसद
ऑर्गेनिक एमपी जैसा की नाम से प्रतीत होता है, यह शुरू से ही जैविक खाद द्वारा खाद्य उत्पादन को बढ़ाने और किसानों को विकसित करने के लिए उनके साथ मिलकर काम करता आ रहा है. इनका लक्ष्य 2025 तक कम से कम 1500 प्रमाणित जैविक किसानों के साथ काम कर उन्हें एक स्थायी व्यवसाय को स्थापित करने में उनकी मदद करना है.
क्या है आर्गेनिक MP का विजन
आर्गेनिक MP आने वाले दिनों में मध्य प्रदेश को पूरी तरह से जैविक खेती करने वाले राज्य में बदलना चाहती है, ताकि ना सिर्फ देश में बल्कि विदेशों में भी एक अलग कीर्तिमान स्थापित कर सके. इसके साथ ही उनका एक और बड़ा मकसद वह है, मध्य प्रदेश से जैविक गुड़ के निर्यात को बढ़ाना और जैविक गुड़ का शीर्ष उत्पादक राज्य बनाना.
आर्गेनिक MP द्वारा किए जाने वाले अलग-अलग कार्य
किसानों के आय को कैसे बढ़ाया जाए, इसको लेकर भी आर्गेनिक MP लगातार नए-नए प्रयास करती आ रही है. ऐसे में वह किसानों के बीच जाकर जागरूकता अभियान भी चला रही, ताकि किसानों को नई तकनीक, नए अभिनाव के बारे में बताया जा सके. इस मुहीम के दौरान तकनीक का इस्तेमाल आसान ढंग से कैसे किया जाए, इसकी भी जानकारी किसानों को दी जाती है. आज के समय में आर्गेनिक MP ना सिर्फ किसानों की मदद कर रही है, बल्कि उन्हें समय के मुताबिक, किसानों को प्रशिक्षित भी कर रहे हैं.
Share your comments