इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) ने 15 अप्रैल 2018 तक के आंकड़ों के अनुसार जानकारी दी है कि चालू सत्र में 299.80 लाख टन चीनी का उत्पादन किया जा चुका है। चीनी उत्पादन के अनुमानित आंकड़ों को यह उत्पादन पार कर चुका है।
इस्मा के एक बयान के अनुसार 15 अप्रैल तक चीनी उत्पादन अनुमान से 50 लाख टन अधिक हो चुका है। 524 चीनी मिलों में से 227 चीनी मिल 15 तारीख तक चीनी पेराई कर रही हैं।
प्रमुख चीनी उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और कर्नाटक ने इस सत्र में अभी तक 104.08 लाख टन, 104.98 लाख टन व 36.3 लाख टन चीनी उत्पादन किया है। इस्मा के बयान में कहा गया है कि 227 चीनी मिलों के अभी पेराई किए जाने के फलस्वरूप घरेलू खपत से ज्यादा सरप्लस में चीनी का उत्पादन किया जाएगा। इस बीच एसोसिएशन के मुताबिक चीनी के बंपर उत्पादन के फलस्वरूप पूरे देश में चीनी के दाम लागत मूल्य से 8 रुपए/किलोग्राम गिरने के आसार हैं।
उल्लेखनीय है कि बंपर उत्पादन के चलते मूल्य में गिरावट के दौरान किसानों को भुगतान करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। जानकारी के मुताबिक 15 मार्च तक आंकड़ों के अनुसार गन्ने का कुल एरियर 18 हजार करोड़ के पार जा चुका है जबकि दाम में गिरावट के बाद यह 20 हजार करोड़ के पार जा चुका होगा जो कि पिछले किसी भी सीजन के मुकाबले काफी अधिक है।
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