Wheat Mandi Bhav: गेहूं की खेती करने वाले किसानों के लिए 2023 के मुकाबले, 2024 बेहतर लाभ दिलाने वाला साबित हो सकता है. ऐसा इसलिए, क्योंकि मंडियों में गेहूं की नई फसल जल्द दस्तक देने वाली है और इसी बीच गेहूं की कीमतों में लगातार तेजी बनी हुई है. देश की अधिकांश मंडियों में गेहूं का भाव न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी MSP से ऊपर चल रहा है. कीमतों में तेजी देख किसान भी खुश नजर आ रहे हैं. किसानों को उम्मीद है की कीमतों में ये तेजी ऐसे ही जारी रहेगी और मार्च-अप्रैल में आने वाली नई फसल के उन्हें अच्छे दाम मिलेंगे.
'कीमतों में गिरावट के आसार नहीं'
अगर बाजार एक्सपर्ट्स की मानें तो गेहूं की कीमतों में तेजी का ये दौर आगे भी जारी रहने की संभावना है. एक्सपर्ट्स ने बताया कि मार्च-अप्रैल में गेहूं की नई फसल आते ही पहले तो भाव तेजी से चढ़ेगा, लेकिन फिर हल्की गिरावट देखने को मिल सकती है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, जहां गेहूं की घरेलू मांग काफी अच्छी है, तो वहीं निर्यात बाजार में भी भारत के गेहूं की खूब डिमांड है. जिस वजह से कीमतों में गिरावट की फिलहाल, कोई संभावना नहीं है.
देशभर की मंडियों में क्या है ताजा भाव?
यदि बात की जाए गेहूं के भाव की तो वर्तमान में अलग-अलग राज्यों में गेहूं के भाव अलग-अलग बने हुए हैं. हालांकि, देश की ज्यादातर मंडियों में गेहूं का भाव MSP से ऊपर चल रहा है मौजूदा वक्त में केंद्र सरकार गेहूं पर 2275 रुपये की एमएसपी दे रही है. जबकि, गेहूं का औसतन भाव 2,275 रुपये प्रति क्विंटल के आसपास बना हुआ है. केंद्रीय कृषि व किसान कल्याण मंत्रालय के एगमार्कनेट पोर्टल के अनुसार, बुधवार (21 फरवरी) को कर्नाटक की मंडियों में गेहूं को सबसे अच्छा भाव मिला. कर्नाटक की बीदर और शिमोगा मंडी में गेहू 4500 रुपये/क्विंटल के भाव में बिकी. इसी तरह, मध्य प्रदेश की जोबट मंडी में गेहूं को 4400 रुपये/क्विंटल का भाव मिला. जबकि, आष्टा मंडी दाम 3881 रुपए/क्विंटल रहा. इसके अलावा, गुजरात की जेतपुर मंडी में गेहूं 3150 रुपये/क्विंटल और कर्नाटक की मैसूर मंडी में 3450 रुपये/क्विंटल के भाव में बिकी.
बंपर उत्पादन होने की उम्मीद
इस बार गेहूं का बंपर उत्पादन होने का भी अनुमान है. केंद्र सरकार भी उत्पादन में वद्धि होने की बात कह चुकी है. वहीं, बाजार जानकारों का कहना है कि गेहूं की कीमतों में अभी कोई बड़ी गिरावट की संभावना नहीं है. हालांकि कुछ कमी या वृद्धि संभावित है. लेकिन यह ज्यादा होने की संभावना नहीं है. गेहूं के दाम तेजी से बढ़ते रहेंगे, जब तक मंडियों में नई फसल न आ जाए. नई फसल के आते ही दामों में कमी की संभावना है. हालांकि, कीमतों MSP से ऊपर ही रहेंगी.
यहां देखें अन्य फसलों की लिस्ट
बता दें कि किसी भी फसल का दाम उसकी क्वालिटी पर भी निर्भर करता है. ऐसे में व्यापारी क्वालिटी के हिसाब से ही दाम तय करते हैं. फसल जितनी अच्छी क्वालिटी की होगी, उसके उतने ही अच्छे दाम मिलेंगे. अगर आप भी अपने राज्य की मंडियों में अलग-अलग फसलों का दाम देखना चाहते हैं, तो आधिकारिक वेबसाइट https://agmarknet.gov.in/ पर जाकर पूरी लिस्ट चेक कर सकते हैं.
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