
डॉ एस के सिंह
प्रोफेसर (डॉ.) एस.के. सिंह, डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा, बिहार में पादप रोग एवं सूत्रकृमि विज्ञान विभाग और केला अनुसंधान केंद्र, गोरौल के प्रमुख हैं। फलों पर आईसीएआर-अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना में 25 वर्षों से अधिक का अनुभव रखते हुए, उन्होंने सह-प्रधान अन्वेषक के रूप में 15 वर्ष और प्रधान अन्वेषक के रूप में एक दशक तक कार्य किया है। डॉ सिंह ने QRT सदस्य के रूप में CIAH, बीकानेर और ICAR-AICRP शुष्क क्षेत्र बागवानीके पांच साल के शोध (2017-2022) की समीक्षा करना भी शामिल है। उनके नेतृत्व में फल रोग विज्ञान में उल्लेखनीय शोध हुआ है। डॉ सिंह के नेतृत्व में विकसित कई तकनीकों को ICAR एवं डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय ने किसानों के लाभार्थ रिलीज़ किया है। डॉ. सिंह ने तीन वर्षों तक विश्वविद्यालय में एसोसिएट डायरेक्टर रिसर्च के रूप में कार्य किया और विभिन्न विश्वविद्यालय एवं बाहरी वित्त पोषित परियोजनाओं का सफलतापूर्वक नेतृत्व किया। उन्होंने 75 से अधिक शोध पत्र और 15 से अधिक पुस्तकें, मैनुअल और तकनीकी बुलेटिन प्रकाशित किए हैं। पादप रोग विज्ञान और केला अनुसंधान में उनकी विशेषज्ञता ने उन्हें राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर तकनीकी सत्रों का नेतृत्व करने का अवसर दिया। एक प्रभावशाली प्रबंधक और शिक्षाविद् के रूप में, डॉ. सिंह का कार्य टिकाऊ कृषि प्रथाओं, पर्यावरण-अनुकूल तकनीकों और किसानों की आजीविका में सुधार पर केंद्रित है। शैक्षणिक, शोध और प्रसार प्रयासों के माध्यम से, वे भारतीय कृषि और कृषक समुदाय को सशक्त बनाने में योगदान दे रहे हैं।
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