जुलाई माह का आधा माह समाप्त हो चुका है. वहीं मानसून ने भी देशभर में अपना कहर दिखाना शुरू कर दिया है. मानसून के कहर से कई राज्यों में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं. वहीं कई राज्यों में हल्की बारिश हो रही है. बीते दिन मौसम विभाग ने देश के कई इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना जताया था. वहीं कई इलाकों में पूर्वानुमान के मुताबिक बारिश भी हुई.
अब आज भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने एक बार फिर कहा है कि 17 से 20 जुलाई तक पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र और उत्तर प्रदेश में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है. उसने कहा कि 18 से 20 जुलाई तक पंजाब, हरियाणा, पूर्वी राजस्थान और उत्तरी मध्य प्रदेश में भी भारी बारिश होने की संभावना है. ऐसे में आइए निजी मौसम एजेंसी स्काइमेट वेदर के अनुसार आगामी 24 घंटों के मौसम का पूर्वानुमान-
देश भर में बने मौसमी सिस्टम
मानसून की अक्षीय रेखा राजकोट, दहानू, औरंगाबाद, रामागुंडम, कलिंगपट्टनम से गुजरते हुए पूर्व-दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी की ओर जा रही है. मराठवाड़ा और आसपास के इलाकों में चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. एक ट्रफ रेखा दक्षिण कोंकण और गोवा से केरल तट तक फैली हुई है.
अगले 24 घंटों के दौरान मौसम की संभावित गतिविधि
अगले 24 घंटों के दौरान, देश के उत्तर-पश्चिम, मध्य और पूर्वी हिस्सों में मॉनसून के कमजोर रहने की संभावना है. कोंकण और गोवा, तटीय कर्नाटक, केरल के कुछ हिस्सों, पूर्वी यूपी और बिहार की तलहटी, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड और अंडमान निकोबार द्वीप समूह के कुछ भागों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है.
गुजरात, दक्षिण-पूर्व राजस्थान, दक्षिण-पश्चिम मध्य प्रदेश, आंतरिक महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंतरिक कर्नाटक, आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों, तमिलनाडु के कुछ हिस्सों, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पूर्वी और मध्य उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों और उत्तरी मध्य प्रदेश के एक-दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. छत्तीसगढ़, ओडिशा, लक्षद्वीप और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश संभव है.
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