उत्तर भारत में लगातार ठंड का कहर देखने को मिल रहा है. शीतलहर की वजह से मौसम शुष्क है और गलन भी बढ़ रही है. इसका फसलों पर भी प्रभाव पड़ सकता है. ऐसे में किसान भाई सब्जियों की खेतों में धुआं करते रहें, ताकि ठंड का फसल पर प्रभाव नहीं पड़ें. मौसम विभाग के मुताबिक, आने वाले दिनों में भी इससे राहत मिलने की संभावना नहीं हैं.
पहाड़ों पर होने वाली बर्फबारी की वजह से आने वाले दिनों में मैदानी इलाकों में तापमान में और भी गिरावट आ सकती है. ऐसे में आइये निजी मौसम एजेंसी स्काइमेट वेदर के अनुसार जानते हैं आगामी 24 घंटों के मौसम का पूर्वानुमान-
देश के विभिन्न भागों पर बने मौसमी सिस्टम (Seasonal Systems Made in Different Parts of the Country)
कोमोरिन और इससे सटे मालदीव पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है.इस सिस्टम से दक्षिणी तटीय तमिलनाडु होते हुए बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिमी हिस्सों तक एक ट्रफ बनी हुई है. उत्तर-पश्चिम, मध्य और पूर्वी भारत के राज्यों पर इस समय ठंडी और शुष्क उत्तर-पश्चिमी हवाएँ चल रही हैं.
अगले 24 घंटों के दौरान मौसम की संभावित गतिविधि (Possible Weather Activity During Next 24 hours)
आगामी 24 घंटों के दौरान तमिलनाडु, केरल और लक्षद्वीप के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश की गतिविधियां जारी रहने की संभावना है. एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा भी हो सकती है. 24 घंटों के बाद बारिश में कमी आ जाएगी. अगले 2 दिनों तक भारत के गंगा के मैदानी भागों पर मध्यम से घना कोहरा छाएगा जिससे सामान्य जन जीवन प्रभावित हो सकता है.
उत्तर भारत के साथ-साथ शीतलहर का प्रकोप गंगा के मैदानी इलाकों और पूर्वी भारत में पूर्वी उत्तर प्रदेश से लेकर बिहार तक देखने को मिलेगा. इन सभी क्षेत्रों में दिन का तापमान भी सामान्य से नीचे दर्ज किया जाएगा.
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