
Aaj Ka Mausam: वसंत का मौसम दस्तक दे चुका है, और इस समय मौसम में तेजी से बदलाव देखने को मिल रहे हैं. दिन में हल्की गर्मी का एहसास हो रहा है, लेकिन रात और सुबह के समय हल्की ठंडक अभी भी बनी हुई है. तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोतरी हो रही है, लेकिन इसके साथ ही कई राज्यों में बारिश और बर्फबारी की संभावना भी जताई जा रही है. पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण उत्तर और पूर्वी भारत के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है, जबकि पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी की संभावना बनी हुई है.
अचानक बदलते मौसम का असर कृषि पर भी देखने को मिल सकता है, खासकर उन किसानों पर जो अपनी फसलों की कटाई कर चुके हैं या भंडारण की प्रक्रिया में हैं. ऐसे में किसानों को सतर्क रहने की जरूरत है, ताकि वे अपनी फसलों को नुकसान से बचा सकें और सही समय पर उचित कदम उठा सकें.
अगले 24 घंटों में कहां-कैसा रहेगा मौसम?
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, अगले 24 घंटों में देश के कई हिस्सों में मौसम की गतिविधियां देखने को मिलेंगी:
-
उत्तर भारत में बारिश और बर्फबारी: गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी होने की संभावना है. खासकर, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी बारिश और बर्फबारी हो सकती है, जिससे स्थानीय लोगों और किसानों को सतर्क रहने की जरूरत है.
-
मैदानी राज्यों में बारिश और गरज के साथ बौछारें: पंजाब और गंगीय पश्चिम बंगाल में हल्की से मध्यम बारिश के साथ गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं.
-
अन्य राज्यों में बारिश: उत्तरी हरियाणा, उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश, सिक्किम, असम, मेघालय, झारखंड और ओडिशा में भी हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है.
-
तापमान में गिरावट: पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, पश्चिम मध्य प्रदेश और उत्तर महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है. इससे ठंडक बढ़ने की संभावना है, जिसका असर फसलों पर भी पड़ सकता है.
किसानों के लिए जरूरी सलाह
मौसम में बदलाव का सबसे ज्यादा असर किसानों पर पड़ता है. ऐसे में उन्हें अपनी फसलों को सुरक्षित रखने के लिए सावधानी बरतनी होगी:
- सरसों की फसल की सुरक्षा: जिन किसानों की सरसों की फसल कटाई के लिए तैयार है या कटाई हो चुकी है, वे भंडारण में विशेष सावधानी बरतें. बारिश के कारण नमी बढ़ सकती है, जिससे सरसों के बीजों में फफूंद लगने का खतरा बढ़ सकता है.
-
खुले में रखी फसल को ढकें: यदि फसलें खेत में रखी हैं, तो उन्हें प्लास्टिक शीट या तिरपाल से ढकें ताकि बारिश से नुकसान न हो.
-
मवेशियों का ध्यान रखें: बारिश और ठंड के कारण पशुओं को ठंड लगने की संभावना रहती है. ऐसे में उन्हें सूखे और सुरक्षित स्थान पर रखें.
Share your comments