एक हवाओं का क्षेत्र जम्मू-कश्मीर के पास बना हुआ है. ऐसे ही हवाओं का क्षेत्र पंजाब और हरियाणा के पास वाले इलाकों पर देखा जा सकता है. एक तरफ रेखा बिहार के तरफ जा रही है. जिसके चलते हिमाचल और उत्तराखंड जैसे राज्यों में बर्फबारी के साथ तेज बारिश देखी जा सकती है. मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि यह इस बार की सबसे तेज बारिश होगी.
इसके आलावा मैदानी भागों जैसे हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश में भी बारिश में और तेजी आएगी. इतना ही नहीं, इन भागों में ओले भी पड़ सकते है. दिल्ली और उत्तरी राजस्थान में कुछ जगहों पर छुट-पुट बारिश से इंकार नहीं किया जा सकता. अच्छी खबर ये है कि बारिश से दिल्ली प्रदूषण में हल्की कमी दर्ज की जा सकती है. बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में एक-दो जगह पर 7 फरवरी की रात से बारिश देखी जाएगी. झारखंड, ओड़ीशा और उत्तर-पूर्व राज्यों में मौसम शुष्क रहने वाला है.
एक ट्रफ रेखा उत्तर की तरफ से तेलंगाना की ओर बढ़ चली है. जिसके चलते छतीसगढ़ और पूर्वी मध्य प्रदेश में भी अच्छी बारिश हो सकती है. एक-दो जगहों पर ओलावृष्टि के भी संकेत हैं जो फसलों के लिए काफी हानिकारक साबित हो सकती है. गुजरात, पश्चिमी मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के हिस्सों में दक्षिण-पश्चिमी हवाएँ चलने के कारण दिन और रात में पारे के बढ़ने का अनुमान है.
अगर वहीं दक्षिण भारत की बात करें, तो एक ट्रफ रेखा पूर्वी उत्तर प्रदेश से तेलंगाना के तरफ जाते दिख रही है. इसके अलावा एक कोंफ्लुएंस ज़ोन कर्नाटक पर बना हुआ है. इसके चलते, तेलंगाना और कर्नाटक में एक-दो जगह पर बारिश का अनुमान है. हैदराबाद, बेंगलूरु व चेन्नई में मौसम शुष्क ही रहेगा.
प्रभाकर मिश्रा
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