देश में मानसून की अच्छी शुरुआत के फलस्वरूप फसलों की बुवाई ने तेजी पकड़ी है। इस दौरान देश के दक्षिणी हिस्सों में अच्छी बारिश से फसल बुवाई शुरु हो गई है। तो वहीं मौसम विभाग के अनुसार उत्तर भारत में मानसून की रफ्तार कुछ हद तक कम होने के मद्देनज़र बुवाई में थोड़ा इंतजार हो सकता है। लेकिन यदि बात मंत्रालय द्वारा निर्धारित लक्ष्य की करें तो अभी तक हालिया आंकड़ों के मुताबिक 85 लाख हैक्टेयर में बुवाई हो गई है जबकि फसल बुवाई के लिए निर्धारित लक्ष्य साढ़े दस करोड़ हैक्टेयर का रकबा रखा गया है।
जाहिर है कि खरीफ सीजन में धान दलहन, तिलहन, कपास एवं मूंगफली आदि प्रमुख फसलों की बुवाई की जाती है। इस बीच सामान्य मानसून की खबर ने किसानों के अंदर उम्मीद जगाई है। इस बीच कृषि कमिश्नर एस.के मल्होत्रा ने कहा है कि अच्छी बारिश से इस वर्ष फसल बुवाई का रकबे में वृद्धि हो सकती है।
यदि देश में विभिन्न क्षेत्रों में खरीफ फसलों की बुवाई की बात करें तो पंजाब और हरियाणा में कपास की फसल सिंचित इलाकों में पहले ही शुरु हो चुकी है। धान की रोपाई के लिए किसानों ने तैयारी शुरु कर दी है। इस बीच गुजरात व पश्चिमी प्रदेश के कृषि विभाग का मानना है कि मानसून सामान्य रहने की खबर ने किसानों को फसल बुवाई के लिए प्रोत्साहित किया है। यदि मानसून में देरी होती है तो इसका फसल बुवाई पर ज्यादा प्रभाव नहीं होगा क्योंकि बुवाई में शुरुआत हो चुकी है।
Share your comments