इस साल बरसात के मौसम में देश के काफी हिस्सों में किसानों को अधिक बारिश के चलते नुक्सान झेलना पड़ा है तो कही पर किसानों को फायदा भी हुआ है. लेकिन इस बार अधिकतर हिस्सों में फसल का नुकसान ही उठाना पड़ा है. यदि सही समय पर किसानों को पूर्वानुमान हो जाता है तो यह उनके लिए फायदेमंद साबित होता है. भारत के किसान अधितकर मानसून पर ही निर्भर होते है. इसलिए किसानों को यहाँ हम बता रहे हैं मौसम का पूर्वानुमान.
भारत के पूर्वी उत्तर प्रदेश के उत्तरी हिस्सों में एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक में एक अन्य चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र इस समय मौजूद है। इसके अलावा, एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र असम पर बना हुआ है। गुजरात और राजस्थान के आसपास के इलाकों में एक अन्य चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र देखा जा सकता है।एक ट्रफ रेखा दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक पर बने चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र से उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश तक बढ़ रही है। उत्तरी आंतरिक कर्नाटक से रायलसीमा और आंतरिक तमिलनाडु होते हुए कोमोरिन तक एक ट्रफ रेखा जा रही है।
देश में पिछले 24 घंटों में कैसा रहा मौसम
पिछले 24 घंटों के दौरान, तमिलनाडु के दक्षिण आंतरिक हिस्सों और केरल और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में मध्यम बारिश हुई। एक दो स्थानों पर भारी वर्षा भी देखने को मिली
अंडमानऔर निकोबार द्वीप समूह, कर्नाटक, कोंकण और गोवा, दक्षिण मध्य महाराष्ट्र, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश और पश्चिम बंगाल, सिक्किम, उड़ीसा, तेलंगाना और मराठवाड़ा में हल्की से मध्यम बारिश हुई।
जम्मू-कश्मीर और उत्तर-पश्चिम राजस्थान के एक दो स्थानों में भी हल्की बारिश देखी गई।
आगामी 24 घंटों का मौसमी पूर्वानुमान
तमिलनाडु, केरल और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश की उम्मीद है। एक दो स्थानों पर भारी वर्षा भी हो सकती है।
तटीय कर्नाटक, कोंकण और गोवा के कुछ हिस्सों, मध्य महाराष्ट्र, तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना के कुछ हिस्सों और देश के पूर्वोत्तर राज्यों में मध्यम बारिश की उम्मीद है। पश्चिम बंगाल, ओडिशा, दक्षिण छत्तीसगढ़ में हल्की बारिश संभव है। उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर के एक या दो स्थानों पर काफी हल्की बारिश होगी. देश के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहेगा।
साभार : स्काईमेट वेदर
Share your comments