किसान भाइयों इस हफ्ते तापमान के आधार पर आपको केंद्रीय कृषि अनुसंधान संस्थान नई दिल्ली के सुझाव के अनुसार कुछ फसलों की बुवाई कर देनी चाहिए। इसमें चारा के लिए कुछ प्रमुख फसलें जैसे मक्का सौर्गम, बाजरा लोबिया आदि हैं। लेकिन इनकी बुवाई के लिए पर्याप्त मात्रा में नमी सुनिश्चित कर लेनी चाहिए। बेबीकार्न की संकर किस्म HM-4 की बुवाई के लिए मौसम अनुकूल है।
तो वहीं सब्जी की फसलों में भिंडी की फसल की बुवाई कर सकते हैं जिसके लिए आपको खेत में नमी बरकारार रखनी होगी साथ ही इसकी कुछ किस्में हैं जो कि इस समय की बुवाई के लिए ठीक रहेंगी जैसे- A-4, बरबनी क्रांति, हिसार उनत, पंजाब पद्मिनी, अर्क अनामिका। इस फसल की बुवाई के लिए 8 से 10 किलोग्राम बीज प्रति एकड़ की दर से बोना चाहिए। बीज बोने से पहले खेत में डीकम्पोज़र एफवाईएम का इस्तेमाल करना चाहिए।
टमाटर की फसल में फल-बेधक के प्रकोप के चलते खराब फल को हाथ से तोड़कर उसे अलग कर देने का सुझाव दिया जाता है साथ ही फेरोमैन ट्रैप 2 से 3 एकड़ की दर से इस्तेमाल कर आप फल-बेधक की पहचान कर सकते हैं। प्याज की समय के अनुरूप की बोई गयी फसल में थ्राइप्स का खतरा बना रहता है जिसके लिए इमिडाक्लोप्रिड की 0.5 मिलीलिटर मात्रा को एक लिटर पानी में 1 ग्राम टाइपोल प्रति लिटर पानी के साथ घोलकर नियंत्रित किया जा सकता है।
आम की फसल में मैंगो मिली बग व आम में लगने वाला फुदका का प्रकोप बढ़ सकता है जिसके नियंत्रण का प्रबंध करना चाहिए। इसके अतिरिक्त काला चना व हरा चने की बुवाई के लिए इस समय का मौसम अनुकूल है जिसके लिए आपको हरा चना के लिए पूसा विसाल, पूसा 9531, पीडीएम-11, एसएमएल- 668 जबकि काला चना के लिए पंत उर्द-19, पंत उर्द-30 व 35 किस्मों की बुवाई का सुझाव दिया गया है।
सब्जी की खेती में बढ़ते तापमान के आधार पर किसान भाइयों को सिंचाईं करने की सलाह है जिसके फलस्वरूप नमी बरकरार रखी जा सके।
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