आप सब लोगों ने सफल किसान की कहानी तो बहुत सी सुनी व देखी होगी, लेकिन आज कृषि जागरण आपके लिए ऐसे किसान की कहानी लेकर आया है, जिसके गन्ने भारत के सबसे बड़े गन्नों में से एक है. लोग इनकी खेती को देखने व इनके बारे में जानने के लिए दूर-दूर से आते हैं.
यह अपने खेत में गन्ने की खेती ही नहीं बल्कि सब्जियों की भी खेती करते हैं. इस सफल किसान का नाम राकेश रायका है, जो गुजरात के नवसारी में अपने पूरे परिवार के साथ रहते हैं.
किसान राकेश रायका की अनोखे गन्ने के बारे में जब कृषि जागरण की टीम ने पूछा, तो उन्होंने बताया कि वह पिछले 18 सालों से खेती कर रहे हैं. वर्तमान समय में वह लगभग 150 एकड़ में खेती करते हैं. उनके खेत के गन्ने में लगभग 59 कांडी (गन्ने में धारी-धार हिस्से) हैं, जो इसे बाकी गन्नों से अलग बनाती है. तो आइए इस लेख में उनके अनोखे गन्ने की खेती के बारे में विस्तार से जानते हैं...
गन्ने की रोपाई (sugarcane planting)
गन्ने की अधिक पैदावार प्राप्त करने के लिए उन्होंने कहा कि वह अपने खेत में रोपाई के समय सीधे सीट न लगाकर रोपाई लगाकर गन्ने की खेती (sugar cane field) करते हैं. वह गन्ने के बीच की दूरी 4 से 4.5 फीट और पौधों से पौधों की दूरी 2 फीट रखते हैं, ताकि फसल अच्छे से वृद्धि कर सके. वह अपने खेत में ज्यादातर ऑर्गेनिक खेती (organic farming) पर अधिक ध्यान देते हैं और रासायनिक बहुत कम करते हैं.
वह अपने खेत में रासायनिक का पहला डोज (first dose of chemical) जमीन में गड्ढा खोद कर देते हैं. हम अपनी फसल को EM प्रॉडक्ट व अन्य कई प्रॉडक्ट को डालते हैं, जो गन्ने की खेती के लिए फायदेमंद होते हैं. इसके इस्तेमाल से जमीन में मौजूद खतरनाक बैक्टीरिया नष्ट (destroy bacteria) हो जाते हैं. फसल से अच्छी पैदावार प्राप्त करने के लिए खेत की जमीन में सही मात्रा में बैक्टीरिया होने चाहिए.
इसके अलावा उन्होंने यह भी बताया कि आने वाले समय में वह अपनी फसल में रासायनिक खाद (chemical fertilizer) की मात्रा को और भी कम करने वाले हैं. इसके मुकाबले वह खेत में अब और भी अधिक मात्रा में ऑर्गेनिक खाद (organic manure) को देना शुरू कर देंगे, ताकि फसल और भी अच्छे से वृद्धि कर सके.
गन्ने की यह फसल प्राप्त करने के लिए अकेले ऑर्गेनिक ही नहीं खेत में न्यूटन भी देना बहुत जरूरी है. इसके इस्तेमाल से खेत की मिट्टी (farm soil) को कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा और बैक्टीरिया की मात्रा भी मिट्टी में उचित रहेगी. खेत में ऑर्गेनिक कार्बन (organic carbon) भी बढ़ता रहेगा. उनका यह भी कहना है कि 1 प्रतिशत तक खेत में ऑर्गेनिक कार्बन (organic carbon in the farm) सही रहता है.
ऑर्गेनिक से हुआ कई गुना फायदा (Many fold benefits from organic)
किसान राकेश का यह भी कहना है कि इन सब चीजों के इस्तेमाल करने से जहां पहले खेत में गन्ने का 1 एकड़ से 35 टन प्राप्त होता था, वहीं अब उसे 1 एकड़ से लगभग 90 टन या इससे अधिक पैदावार प्राप्त होती है.
चुनौतियां (challenges)
आगे उन्होंने कहा कि मैं खेती की अच्छी पैदावार जानता हूं, लेकिन उसे अपने खेत में नहीं कर पा रहा हूं. ऐसा इसलिए है, क्योंकि मेरे पास मजदूरों की कम और अधिक बड़े खेत होने की वजह बताई है. मेरे यहां ऐसे किसान भी हैं, जो गन्ने की अच्छी पैदावार प्राप्त कर रहे हैं, क्योंकि उसके पास खेत कम है और मजदूर भी कम लगते हैं.
किसान राकेश के बारे में (About Farmer Rakesh)
राकेश किसान बताते हैं कि वह अपने पूरे परिवार के साथ अपने खेतों में खेती करते हैं और साथ में उनके कुछ मजबूर भी काम करते हैं. पहले वह पशुपालन भी करते हैं, लेकिन कुछ कारणों की वजह से उन्होंने पशुपालन (animal husbandry) करना बंद कर दिया है. यह एक सफल किसान होने के साथ-साथ एक अच्छे व्यापारी भी हैं, क्योंकि राकेश किसानों की मदद के लिए एग्रो भी चलाते हैं. उन्होंने यह भी बताया कि हम अपने एग्रो में कीमत पर ध्यान नहीं देते हैं, बल्कि अच्छे प्रोडक्ट्स पर ध्यान देते हैं कि क्या सच में किसान को इसकी जरूरत है. यह किस तरह से किसानों को फायदे देगा. इन्हीं सब चीजों को ध्यान में रखते हुए हम काम करते हैं.
किसानों को दिया संदेश (message to farmers)
देश के सभी किसान ऑर्गेनिक खेती (organic farming) की तरफ बढ़ें, क्योंकि यह आने वाले किसानों का भविष्य है. इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि इसे आप रासायनिक खेती (chemical farming) को अपने खेत में धीरे-धीरे कम करना शुरू करें, ताकि इसकी खेती से बहार आने में आपको किसान भी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े. अगर किसान भाइयों को खेती से अधिक लाभ कमाना है, तो उसे अपने खेत में ऑर्गेनिक खेती (organic farming on the farm) को अपनाना होगा. तभी वह दो पैसे कमा सकेगा.
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