आज के समय जब हर कोई गांव को छोड़कर, शहर की तरफ भाग रहा है. हर किसी को शहर की चकाचौंध आकर्षित कर रही है.हर कोई कमाई की संभावनाओं कोमहानगरों की तरफ मुंह करके देख रहा है. ऐसे में ये सुनने को मिले कि कोई शहर की नौकरी छोड़कर गांव आ गया, तो क्या आप यकीन करेंगें.
जी हां, आज हम आपको पंजाब के मोगा के रहने वाले गुरकिरपाल सिंह की कहानी बताने जा रहे हैं. गुरकिरपाल सिंह वो आदमी हैं, जिन्होंने लेक्चरर की नौकरी के बदले गांव आकर खेती करने का काम चुना. उन्हें खेती इतनी प्यारी थी कि वो कंप्यूटर इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद भी नौकरी छोड़ किसान बन गए.
इजराइल की तकनीक है हाइड्रोपोनिक खेती
आज किसान गुरकिरपाल सिंह हाइड्रोपोनिक तरीकों से सब्जियों की खेती करते हैं, इस तकनीक से उन्हें अच्छा मुनाफा हो रहा है. हाइड्रोपोनिक क्या है, ये पूछने पर वो बताते हैं कि यह मूल रूप से इजराइल की एक ऐसी तकनीक है, जिसमें आपको न जमीन की जरूरत है और न मिट्टी की. इस तकनीक में नेट हाउस के भीतर प्लास्टिक के पाइपों में पौधे लगाकर खेती की जाती है.
तापमान को कंट्रोल करने के लिए एक टाइमर मशीन का उपयोग किया जाता है. पौधों की जड़ों तक पानी को पहुंचाने के लिए उन्हें पोषक तत्वों का घोल दिया जाता है. इससे उनके आस-पास खरपतवार नहीं पनपते.
नौकरी छोड़ की खेती
गुरकिरपाल सिंह बताते हैं कि एक समय था जब नौकरी अच्छी चल रही थी, कमाई भी अच्छी हो रही थी, लेकिन फिर भी उनका मन उदास रहता था. गांव की याद और खेती के प्रति उनकी ललक, उनके मन को तरसाती थी.
2012 में लिया खेती करने का फैसला
आखिरकार साल 2012 में नौकरी छोड़कर उन्होंने खेती का फैसला किया. उस समय लगभग साढ़े पांच हजार स्क्वायर फीट जमीन पर पॉलीहाउस लगाकर टमाटर की खेती की, जिससे मुनाफा अच्छा हुआ और क्षेत्र में लोगों के बीच पहचान मिली. इस सफलता के बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और ग्रीनहाउस तकनीक की मदद से कई सब्जियों की खेती की, जिसमें शिमला मिर्च, टमाटर, खीरा, गोभी आदि प्रमुख थे.
खेती से 3 गुना ज्यादा मुनाफ़ा
गुरकिरपाल सिंह बताते हैं कि हाइड्रोपोनिक तकनीक के माध्यम से कम पानी में खेती हो सकती है, इसलिए ये तकनीक उन जगहों के लिए वरदान है, जहां सूखे की समस्या आम रहती है. इतना ही नहीं, आप इसमें उपयोग हो चुके पानी का इस्तेमाल फिर से कर सकते हैं.
इस तकनीक में आपको खाद कीविशेष जरूरत नहीं होती. अगर कोई जैविक खेती करना चाहता है, तो हाइड्रोपोनिक उसके लिए सहायक हो सकती है.
गांव में भी कमा सकते हैं पैसा
गुरकिरपाल कहते हैं कि लोग पैसा कमाने के लिए शहरों की तरफ भाग रहे हैं, जबकि उनके गांवों में लाखों की जमीन पर उनका ध्यान नहीं जा रहा. अगर सही योजना के साथ आज के समय में खेती की जाए, तो किसी भी नौकरी से अधिक मुनाफा इंसान को सिर्फ खेती से हो सकता है.
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