सफलता की कहानी: पंजाब के एक प्रगतिशील किसान प्रीतपाल सिंह पुत्र जसवंत सिंह निवासी गुरदासपुर में अपनी पैतृक भूमि को सफल बनाने के लिए नए विधि से खेती कर रहे हैं. इसके साथ ही वह अन्य सहायक व्यवसायों के माध्यम से अपने परिवार के साथ अच्छा जीवन यापन कर रहे हैं. वह सहायक व्यवसाय से अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं और साथ ही अपने आसपास के किसानों के बीच यह व्यवसाय चर्चा का विषय बना हुआ है.
किसान प्रीतपाल सिंह के पास कुल ढाई एकड़ जमीन है. वह अपने इस खेत में बासमती गन्ना और गेहूं की खेती करते हैं और इसके साथ-साथ पशुपालन भी करते हैं. पशुपालन व्यवसाय में इनके पास अच्छी गुणवत्ता वाली कुल 25 गायें हैं, जिसके कारण यह अपने क्षेत्र में दूध के एक अच्छे उत्पादक बन गए हैं. किसान प्रीतपाल सिंह का कहना है कि वह रोजाना ढाई से तीन क्विंटल दूध बेचकर अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं.
किसान प्रीतपाल सिंह ने बताया कि वह पशुपालन के साथ-साथ मधुमक्खी पालन का सहायक व्यवसाय अपनाकर अच्छी गुणवत्ता वाले शहद का उत्पादन भी कर रहे हैं. कृषि के साथ-साथ मधुमक्खी पालन एक बहुत ही लाभदायक व्यवसाय है, जिसमें लागत भी कम आती है और किसान को लाभ भी अधिक होता है.
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किसान प्रीतपाल सिंह ने बताया कि वह सालाना 3 क्विंटल शहद पैदा करते हैं, जिसे वह 300 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बेचते हैं. मधुमक्खी पालन का सहायक व्यवसाय कृषि में भी फायदेमंद साबित होता है क्योंकि मधुमक्खियां विभिन्न फसलों से पराग एकत्र करती हैं, जिससे फसलों के क्रॉस परागण में मदद मिलती है, जिससे कृषि फसलों की उपज में भी वृद्धि होती है. आज किसान प्रितपाल सिंह अपने जिले के अन्य किसानों के लिए एक अच्छे संरक्षक के रूप में अपनी भूमिका निभाते हुए सहायक व्यवसायों की मदद से अच्छी आय अर्जित कर रहे हैं.
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