Successful farmer: महाराष्ट्र के नागौर में रहने वाले एक किसान ने ऐसा कर दिखाया जिसकी लोगों को उम्मीद भी नहीं थी. कहते हैं अगर आप में काम करने का जज्बा है तो आप कुछ भी कर सकते हैं. ऐसे ही किसान हरिप्रसाद ने अपने खेत में अनार और बेर की खेती की और आज वह अपने जिले के लोगों के लिए एक मिसाल कायम कर दी है. वह जैविक तरीके की खेती को अपना रहे हैं. किसान हरि प्रसाद का कहना है कि इस उद्यान से उन्हें साल भर में दो से तीन लाख रुपये तक की कमाई हो जाती है. वह अपने खेतों में अनार और बेर की खेती के अलावा बागवानी का भी काम करते हैं.
हरिप्रसाद पिछले आठ सालों से इस काम में लगे हुए हैं. वह बताते हैं कि उन्होंने जिले के कृषि विभाग से इसके बारे में जानकारी हासिल की और मिट्टी की जांच भी कराई. काफी जांच और पड़ताल के बाद उनको अनार और बेर की खेती की पैदावार के बारे में जानकारी हासिल हुई और फिर उन्होंने अपने परिवार की मदद से इसकी खेती शुरु की. हरिप्रसाद के उद्यान में अनार और बेर के अलावा चीकू और अमरुद की भी पैदावार की जाती है. इसमें अनार के 400 पौधे, चीकू के 60, बैर के 50 पौधे लगाए गए हैं.
हरिप्रसाद इन पौधों की सिंचाई के लिए आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करते हैं. वह ड्रिप और स्प्रिक्लर प्रणाली के जरिए इन पौधों की सिंचाई करते हैं, इससे पानी की बचत भी हो जाती है और पौधों को सही मात्रा में पानी भी मिल जाता है. पौधों के विकास के लिए गाय और भैंस के गोबर की खाद का इस्तेमाल किया जाता है. पौधों को कीटों से बचाने के लिए वह समय-समय पर कीटनाशक का छिड़काव करते रहते हैं. इसके लिए वह पास कृषि विज्ञान केंद्र से कीटनाशक की खरीदारी करते हैं.
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हरिप्रसाद के इस कदम से इलाके के आस-पास के लोग भी प्रभावित हो रहे हैं. उनके इस कदम से गांव के लोगों को रोजगार मिल रहा है और लोग भी अब आधुनिक तरीके से खेती करने की ओर बढ़ रहे हैं.
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