अक्सर आपने देखा होगा कि आज के युवा अपनी पढ़ाई-लिखाई खत्म करने के बाद सरकारी नौकरी या फिर किसी MNC कंपनी में नौकरी करने की तैयारी में लग जाते हैं. लेकिन आज हम आपको ऐसी एक कश्मीरी लड़की (Kashmiri Girl) के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसने इन सब की जगह अपना करियर अपनी ही जमीन में तैयार करने के बारे में सोचा और उसे पूरा भी किया.
जैसा कि आप जानते हैं कि देश-विदेश में अभी मंदी का दौर जारी है. लेकिन इसी मंदी के बीच दक्षिण कश्मीर की एक लड़की ने अपनी जमीन पर कीवी नर्सरी (Kiwi Nursery) को तैयार किया और फिर उसमें "गोलियों को काटना" शुरू कर दिया, जो कि कृषि क्षेत्र में एक बेहतरीन स्टार्टअप है. बता दे कि इस कश्मीरी लड़की का नाम गौहर जबीना है. जिसकी उम्र सिर्फ 24 साल है.
जबीना अपना खुद का स्वरोजगार (Self employed) शुरू करने और कश्मीर के युवाओं के लिए एक प्रेरणा का स्त्रोत बनी है. जबीना बताती है कि उसने कभी भी व्यापार के बारे में ज्यादा नहीं सोचा. लेकिन खेती से लगाव था. इनके इसी लगाव के चलते इन्होंने दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के डबरुना आशाजीपोरा इलाके में कीवी फ्रूट नर्सरी (Kiwi Fruit Nursery) शुरू किया और एक सफल उद्यमी बनी. इसी के चलते उन्हें "ग्रीन पॉश नर्सरी यूनिट" (Green Posh Nursery Unit) के नाम से अपनी नर्सरी बनाई. इस नर्सरी में जबीना कीवी (Kiwi) के अलावा अखरोट, आलूबुखारा, आड़ू और खुबानी सहित अन्य फलों की खेती (Fruit Cultivation) भी करती हैं.
गौहर जबीना के बारे में...
मिली जानकारी के मुताबिक, एमएससी, शेर-ए-कश्मीर यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चरल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी (SKUAST) यूनिवर्सिटी कश्मीर के अर्थशास्त्र और कृषि के छात्रों ने प्रायोगिक आधार पर SKUAST द्वारा पौधों को पेश किए जाने के बाद दक्षिण कश्मीर में गौहर जबीना ने पहली बार कीवी की खेती नर्सरी को संभव बनाया. देखा जाए तो SKUAST ने किसान भाइयों के लिए कीवी की खेती को आसान बनाने के तौर पर कुछ प्रायोगिक उद्यान विकसित किए हैं.
लड़कियों को इंडिपेंडेंट होना चाहिए
जबीना ने कहा, 'लड़कियों को इंडिपेंडेंट होना चाहिए. उन्हें अपने हाथों से कमाना चाहिए, वह लड़कियों से कहना चाहती हैं कि वे अपना कुछ करें, अगर वे कीवी जैसा व्यवसाय (Kiwi Business) नहीं करना चाहती हैं, तो कोई अन्य दूसरा व्यवसाय जरूर करें, जिससे वे कमा सकें और स्वतंत्र रह सकें.”
कई लड़कियों को दिया प्रशिक्षण
जबीना ने अपनी ही तरह खेती से लाभ कमाकर खुद के पैरो पर खड़े होने वाली लड़कियों को भी प्रशिक्षण दिया और साथ ही वह हमेशा इसी कड़ी में कार्य भी करती है कि जो भी लड़कियां या फिर महिलाएं कीवी व्यवसाय में रुचि रखती हैं. उन्हें प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करती रहती हैं.
कश्मीर में कीवी के दाम हर दिन बढ़ रहे
जबीना का कहना है कि कश्मीर में हर दिन कीवी की एक नई कीमत देखने को मिलती है यानी की कश्मीर में कीवी की कीमत (Kiwi Price) हर दिन लगातार बढ़ती ही जा रही है. यहां के बाजार में कीवी की एक जोड़ी की कीमत लगभग 300 रुपये से 500 रुपये होती है, जोकि उनके पौधे की लंबाई के आधार पर तय की गई है. ऐसे में एक कीवी आम जनता को 30 से 40 रुपए तक मिलता है. वहीं जब मुद्रास्फीति की दर में वृद्धि होती है, तो एक कीवी लगभग 50 रुपए तक मिलता है.
स्वतंत्र होने के लिए शुरू किया व्यवसाय
जबीना बताती है कि जब मैं SKUAST विश्वविद्यालय में पढ़ रही थी, तभी मैंने सोचा कि क्यों न कृषि से संबंधित अपना कोई व्यवसाय शुरू किया जाए जिससे मुझे लाभ हो और साथ ही मैं स्वतंत्र भी हो जाऊ. इसी के चलते मैंने अपने यहां के बाजार में कीवी की काफी अधिक डिमांड देखी है, तो मैंने सोचा कि क्यों न मैं अपने घर पर भी कीवी को उगाना शुरू करूं और जब मैंने अपना यह काम शुरू किया, तो इस दौरान मुझे कई लड़कियों ने फोन किया और कहां कि हमें आपसे प्रेरणा मिली है, अगर एक पुरुष ऐसा कर सकता है, तो लड़कियां क्यों नहीं कर सकती हैं.
कश्मीर के लिए कीवी की जलवायु
कीवी की खेती (Kiwi Farming) के लिए कश्मीर की जलवायु उपयुक्त है. इस संदर्भ में जबीना का कहना है कि अगर कीवी की खेती (kiwi ki kheti) हिमाचल प्रदेश में की जा सकती है, तो कश्मीर में क्यों नहीं जबकि दोनों राज्यों की जलवायु लगभग समान ही है.
कीवी की खेती में ऐसे मिलेगा अच्छा लाभ
जबीना की नर्सरी में वर्तमान में बिक्री के लिए तीन से चार सौ जोड़े नर और मादा कीवी के पौधे (Kiwi Plants) मौजूद हैं. इन्हें खरीदने के लिए दूर-दूर से किसान भाई व अन्य नागरिक आते हैं. इसी क्रम में जबीना ने अब तक अपनी नर्सरी सैकड़ों पौधे बेच चुकी हैं. कीवी की खेती पर जबीना का कहना है कि अगर आप इसे अधिक लाभ कमाना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको दोनों पौधे नर व मादा दोनों को ही खरीदना चाहिए.
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