अगर आप में कमाने की ललक है, तो दुनिया के हर काम में व्यवसाय की संभावना खोज सकते हैं. जी हां, किसी भी तरह का काम आपको मुनाफा दे सकता है, बस उसको सही योजना के साथ करने की जरूरत है. ऐसा भी नहीं कि व्यापार के लिए आपको बहुत अधिक लागत की जरूरत है, ऐसे अनेक उदाहरण हैं, जिसमें कम पैसों से आप व्यवसाय शुरू कर सकते हैं. अब अंडा ट्रे बनाने के व्यवसाय को ही ले लीजिए. इस व्यवसाय में प्रतिस्पर्धा न के बराबर है, जबकि मुनाफेकी संभावनाएं प्रबल है.
चलिए इस लेख के माध्यम से हम आपको बताते हैं, कि कैसे आप इस बिजनेस को खोल सकते हैं, इस बिजनेस के में किन-किन बातो का ख्याल रखना जरूरी है, कितना पैसा लगेगा, ऋण एवं सहायता कहां से मिल सकती है, एवं अंडा ट्रे निर्माण की प्रक्रिया आदि क्या है.
स्थान का चयन
इस व्यापार को शुरू करने से पहले आपको इस बात का पता करना जरूरी है कि सबसे उत्तम स्थान कौनसा रहेगा. इसके लिए ऐसी जगह का चयन करें, जहां पर ट्रांसपोर्ट सिस्टम की अच्छी कनेक्टिविटी हो.
इस काम में पानी और बिजली की मुख्य भूमि है, इसलिए ऐसी जगह का चयन करें, जहां इसकी कमी का अभाव न हो. गांव में या शहर से कुछ दूर आप इस काम को शुरू कर सकते हैं, जहां किराया कम लगेगा.
सावधानी
अंडा ट्रे बनाने की प्रक्रिया में जिन सामानों की जरूरत पड़ती है, उन्हें आग और पानी से खतरा है, इसलिए इस बात का ध्यान देना जरूरी है कि जहां इन्हें संग्रहित किया जा रहा, उस स्थान पर आग पकड़ने या छत से पानी आदि टपकने की शिकायत न हो.
बनाने के लिए सामग्री
अंडा ट्रे को बनाने में प्रमुख रूप से रद्दी कागज की जरूरत पड़ती है. मशीनों की सहायता से इनके गूदोको इस्तेमाल कर ट्रे बनाया जाता है. इसके लिए आपको रद्दी कागज के साथ-साथ रद्दी कोर बोर्ड, पेपर ट्यूब और कास्टिक सोडा की जरूरत पड़ेगी.
कहां से उपलब्ध होगी सामाग्री
इन सामग्रियों कोआप कहीं से भी प्राप्त कर सकते हैं. आधे से अधिक सामान तो आपको रद्दी-कवाड़ की दुकान से ही मिल जाएगा. बाकि का सामान आपके आस-पास के बाजार में उपलब्ध होगा.
मशीनों की जरूरत
इस काम को करने के लिए आपको कुछ मशीनों की जरूरत भी होगी. इन मशीनों को खरीदने में एक बार तो आपको पैसा खर्च करना ही पड़ेगा, लेकिन ये वन टाइम इंवेस्टमेंट है. इन मशीनों को भी आप आसानी से बाजार से खरीद सकते हैं.
कटिंग मशीन
ट्रे बनाने का पहला चरण है रद्दी कागज में से धूल और अन्य तरह के कचरे को बाहर करना. इसके लिए जरूरी है कि कागज को छोटा किया जाए. इन्बें एक समान बराबर टुकड़ों में काटने के लिए आपको कटिंग मशीन की जरूरत पड़ेगी, जो विद्युत संचालित होती है. अगर आप कम पैसा खर्च करना चाहते हैं, तो मैन्युअल संचालित कटिंग मशीन भी खरीद सकते हैं.
पल्पिंग मशीन
कागज को बराबर भागों में काटकर अब उसे पल्प में बदला जाता है, जिसके लिए हाइड्रोलिक पल्पर का सहारा लिया जाता है. इस मशीन की मदद से बर्बाद कागज को पानी में डालकर ठोस बनाया जाता है. इसे अधिक ठोस बनाने के लिए कास्टिक सोडा का भी इस्तेमाल किया जाता है.
फॉमिंग मशीन
अब बारी है पल्प को आकार देने की, इन्हें ट्रे का आकार देने के लिए मशीन की मदद से उसी आकृति में ढाला जाता है. इस काम को थोड़ा ध्यान से करना पड़ता है, क्योंकि अगर जरा भी आकार खराब हुआ तो पूरा ट्रे बर्बाद हो जाएगा. इस काम के लिए आपको फॉमिंग मशीन की जरूरत पड़ती है.
ड्राई मशीन
ट्रे को आकार देने के बाद अब बारी है, उसे अच्छे से सुखाने की. इस ड्राई मशीन कई तरह की आती है, इन्हे चलाने के लिए भी अलग-अलग तरह का फ्यूल उपयोग होता है. ट्रे को अच्छे से सुखाना जरूरी है, ताकि वो मजबूती प्राप्त कर सके.
पैकेजिंग
ट्रे बन जाने के बाद उसके बिकने पे पहले तक की सुरक्षा आपको ही करनी है. ट्रे अगर किसी भी तरह से खराब हो गया तो फिर मार्केट में उसे बेचना आसान नहीं होगा, आपको पैसै भी कम मिलेंगें. पैकेजिंग के लिए उन्हें अच्छे से किसी गत्ते के बॉक्स में पैक करें. इसके बाद बॉक्स को प्लासिटक शीट से कवर करें, ऐसा करने से बारिश आदि खराब मौसम में भी ये सुरक्षित रहेंगें.
पूंजी
इस व्यवसाय को शुरू करने के लिए आपको कुछ 8 से 10 लाख तक का खर्चा आएगा. अगर आपके पास इतने पैसे नहीं है या आप सहायाता चाहते हैं, तो किसी भी बैंक से ऋण प्राप्त कर सकते हैं. अगर आप चाहें तो सरकार द्वारा चलाई जा रही मुद्रा योजना का भी लाभ उठा सकते हैं. (मुद्रा योजना के बारे में जानने के लिए यहां इस लिंक पर जाएं)
मार्केटिंग
इस व्यवसाय को शुरू करने के बाद आपको शुरू में इसकी मार्केटिंग खुद ही करनी पड़ेगी. एक बार काम जम गया फिर ये सब करने की खास जरूरत नहीं, लेकिन शुरूआत में ध्यान देना ही होगा. अंडा व्यापारियों, थोक विक्रेताओं, फार्म मालिकों, उत्पादकोंआदि से मिलकर डील करें.
मुनाफा
अगर सभी खर्चों को निकाल दिया जाए, तो भी औसत रूप से आपको महीने में 50 से 60 हजार रूपए का मुनाफा हो सकता है. ठंड के दिनों में अंडो की अधिक खपत होती है, तो मुनाफा भी 60 के पार होने की संभावना है.
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