केंद्र की मोदी सरकार जल्दी ही कुम्हार समुदाय को बड़ा तोहफा देने वाली है. डूबते हुए पॉटरी-इंडस्ट्री को एक बार पुनः संजीवनी प्रदान करते हुए सरकार ने रेलवे स्टेशनों, हवाई अड्डों एवं बस स्टैंड्स पर ‘कुल्हड़’ में पेय पदार्थ बेचने की योजना बनाई है. इस बारे में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने अपने पत्र के माध्यम से सभी राज्यों को जल्दी से जल्दी इस मुद्दे पर काम करने को कहा है.
गौरतलब है कि भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) द्वारा आयोजित एक संगोष्ठी में गडकरी ने कहा कि "मशीनीकरण के कारण पॉटरी-इंडस्ट्री विशेषकर ग्रामिण कुम्हारों की स्थिती खराब है. सरकार उन्हें लेकर फिक्रमंद है और इसलिए हमने सभी यातायात स्टेशनों पर कुल्हड़ संस्कृति को बढ़ावा देने की योजना बनाई है." उन्होंने कहा कि "इस पहल से जहां एक तरफ लाखों कुम्हारों को रोजगार के अवसर प्रदान होंगें वहीं प्लास्टिक कचरें से भी छुकारा मिलेगा."
25 हजार से अधिक चाक वितरण का लक्ष्यः
मीडिया को संबोधित करते हुए गडकरी ने कहा कि "रेलवे स्टेशनों पर कुल्हड़ का प्रयोग शुरू कर दिया गया है और इसे बड़े स्तर पर ले जाने के लिए भी कार्य किया जा रहा है. पिछले साल कुम्हारों को 10 हजार चाकों का वितरण किया गया था और इस बार हम 25 हजार इलेक्ट्रिक चाक वितरण करने जा रहे हैं. इसके अलावा लगातार कुम्हारों की समस्याओं को लेकर उनसे बातचीत जारी है. हम कोशिश कर रहे हैं कि ज्यादा-ज्यादा पॉटरी-इंडस्ट्री को फायदा मिले."
बता दें कि नितीन गडकरी से पहले पूर्व में लालू प्रसाद यादव एवं अन्य कई नेताओं ने भी इस तरह के कदम उठाएं थे, लेकिन स्टेशनों पर फिलहाल प्लास्टिक डिस्पोजल्स ही देखने को मिलते हैं. वहीं कुल्हड़ संस्कृति को बढ़ावा देते हुए उन्होंने कहा कि वह खुद सुबह कुल्हड़ में पानी पीना पसंद करते हैं, इससे स्वास्थ अच्छा रहता है और हम बीमारियों से दूर रहते हैं.
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