फैशन के इस दौर में लोग एक ही दिन में कई तरह के कपड़े पहन रहे हैं. आज के समय में बाहर जाने के लिए अलग कपड़े हैं, तो घर में पहनने के लिए अलग कपड़ें. इसी तरह रात में सोने के लिए अलग तरह के कपड़ों का उपयोग किया जाता है. अगर आप थोड़ा ध्यान दें तो पाएंगें कि कपड़ों की तरफ बढ़ता हुआ आकर्षण कई तरह के व्यापार को भी प्रोत्साहित कर रहा है. अब साफ-सफाई के ही उदाहरण पर ध्यान देंगें, तो पाएंगें कि पिछले 10 सालों में लांड्री, आयरन और टेलरिंग आदि का काम बढ़ा है. इसी तरह कपड़ों के साबुन का व्यापार भी जोर पकड़ रहा है. अतः आप भी अच्छी कमाई के लिए कपड़े धोने का साबुन बना सकते हैं.
साबुन और मुख्य मशीनें
कपड़े धोने का साबुन कई तरीको से बनाया जा सकता है. इसके लिए बहुत तरह की मशीने भी आती है, लेकिन मुख्य रूप से दो मशीनों, जैसे- सोप मेकिंग डाई मशीन एवं मिक्सर मशीन के बारे में जानना जरूरी है. मिक्सर मशीन का काम डोलोमाइट पाउडर, सोडा पाउडर, एसिड घोल आदि को मिलाकर सोप सॉलूशन तैयार करने का है. इसी तरह सोप मेकिंग डाई मशीन का काम साबुन को सही आकार देने का है.
स्थान
इस काम को करने के लिए बहुत अधिक जगह की जरूरत नहीं है. अगर आपके पास 250 वर्ग फीट का स्थान खाली है, तो आप इस काम को शुरू कर सकते हैं. हालांकि व्यापार के विस्तार होने पर आपको अधिक स्थान की जरूरत पड़ेगी.
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लागत
इस काम को शुरू करने के लिए 2 लाख रूपए तक का खर्चा आएगा. मशीनों को खरीदने के अलावा कुछ छोटे-मोटे खर्चे और भी आएंगें. कुल मिलाकर कहा जाए तो आपका काम 3 लाख रूपए में हो जाएगा.
पैकेजिंग कार्य
साबुन बनाने के बाद दूसरी प्रक्रिया उसके पैकेजिंग करने की है. आप अपने साबुन को ब्रांड का नाम भी दे सकते हैं. इससे कंपनी में इसे अलग पहचान मिलेगी.
मुनाफा और सरकारी मदद
इस काम में मुनाफा आपकी मेहनत पर निर्भर करता है. हालांकि अगर औसत निकाला जाए, तो महीने में आप 40 से 45 हजार तक का मुनाफा कमा सकते हैं. अगर इस काम को शुरू करने में आपको परेशानी हो रही है, तो आप मुद्रा योजना का लाभ उठा सकते हैं. मुद्रा योजना की जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.
(आपको हमारी खबर कैसी लगी? इस बारे में अपनी राय कमेंट बॉक्स में जरूर दें. इसी तरह अगर आप पशुपालन, किसानी, सरकारी योजनाओं आदि के बारे में जानकारी चाहते हैं, तो वो भी बताएं. आपके हर संभव सवाल का जवाब कृषि जागरण देने की कोशिश करेगा)
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