World Food Day 2023: विश्व खाद्य दिवस प्रत्येक वर्ष 16 अक्टूबर को मनाया जाता है. यह एक अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भूख से निपटने और खाद्य सुरक्षा को बढ़ाने के लिए एक मुहिम है. विश्व खाद्य दिवस 2023 की थीम “जल ही जीवन है, जल ही भोजन है”. इस मुहिम के माध्यम से दुनिया भर के संगठन एक जुट होकर वैश्विक भुखमरी और खाद्य सुरक्षा को लेकर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर नागरिकों और दुनियाभर की सरकारों को जागरूक करने का प्रयास करेंगे. वर्तमान में यह दिवस 150 देशों और 50 से अधिक भाषाओं के साथ पूरे विश्व भर मनाया जा रहा है. इसमें राष्ट्रीय स्तर की सरकारों से लेकर कॉर्पोरेट जगत, किसान और आम नागरिक सभी शामिल होते हैं.
इस मुहिम के प्रेरक हैं एम.एस. स्वामीनाथन
भारत में हरित क्रांति के जनक एम.एस. स्वामीनाथन के प्रयासों के चलते आज दुनिया के कई देशों को भारत खाद्यान्न पहुंचा रहा है. विश्व खाद्य दिवस के मौके पर दुनिया आज एम.एस. स्वामीनाथन प्रमुख व्यक्तियों की श्रेणी में स्मरणीय हैं. 1960 के दशक के दौरान इन्होने भारत में ज़्यादा उपज वाली किस्म (एचवाईवी) के बीज, खेती के मशीनी उपकरण, सिंचाई तंत्र, खाद, और कीटनाशक के इस्तेमाल पर ज़ोर दिया था. जिसका परिणाम आज भारत दुनिया का दूसरा सबसे बढ़ा खाद्य निर्यात में दूसरा सबसे बड़ा देश है.
विश्व खाद्य दिवस का इतिहास
इस शुरुआत वर्ष 1945 से होती है. जब संयुक्त राष्ट्र खाद्य और कृषि संगठन को स्थापित किया गया. इसी के साथ इसे वर्ष 1979 में 20वें एफएओ सम्मलेन में वैश्विक रूप से मान्यता प्रदान की गई. आज दुनियाभर के 150 नसे अधिक देश इस दिवस को एक साथ मिल कर मनाते हैं और खाद्य सुरक्षा और भुखमरी जैसे विषयों पर जागरूकता फैलाने का काम करते हैं.
विश्व खाद्य दिवस 2023 की थीम
संयुक्त राष्ट्र खाद्य और कृषि संगठन की स्थापना के साथ ही इस दिवस को वैश्विक पहचान मिल पाई थी. यह एक वश्विक वार्षिक प्रोग्राम है जो दुनियाभर में एक साथ एक विषय के लिए मनाया जाता है. विश्व खाद्य दिवस 2023 की थीम “जल ही जीवन है, जल ही भोजन है”
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