पशुपालन, डेयरी विकास, मछली पालन मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने गुरुवार को नाभा स्थित पशुपालन वीभाग की बीड़ दुसांझ में राष्ट्रीय गोकुल मिशन के अधिन बन रहे गोकुल ग्राम का दौरा किया। उनका यह दौरा पहले से सुनिश्चित नहीं था बल्कि उन्होंने यह दौरा अचानक किया। गोकुल ग्राम का निर्माण 12 करोड़ की लागत से कुल 72 एक़ड़ में किया जा रहा है। गोकुल ग्राम में 600 साहीवाल व इस जैसी गायों का रख-रखाव किया जाएगा। सिद्धू ने इस दौरान वहां चल रहे कामों का निरीक्षण किया और देसी नस्ल की गायों के नस्लकसी प्रोग्राम का भी मुआयना किया।
सिद्धू ने निरीक्षण के बाद बताया कि यह गोकुल ग्राम देसी गायों की संभाल और नस्ल सुधार में एक अहम भूमिका निभाएगा और गायों के लिए गाय सफारी साबित होने वाले इस ग्राम में गाय अपने कुदरती वातावरण की तरह बीड़ में खुली रहेंगी।
गोकुल ग्राम के बारे में आगे उन्होंने बताया कि फिलहाल यहां अभी 214 गाय हैं जिसमें से 107 गिर और 107 साहीवाल नस्ल की हैं। यह फार्म पंजाब में देसी गायों की पैदावार व नस्ल सुधार के लिए बढिय़ा नस्ल के बच्छे तैयार करके सीमेन बैंकों में नस्लकशी के लिए भेजेगा। सिद्धू ने किसानों के फायदे के लिए भी कुछ बातों पर प्रकाश डाला जिसमें उन्होंने किसानों से अपील की कि वो गेहूं-धान के फसली चक्कर की बजाय नगदी फसलों समेत सहायक व्यवसाय अपनाएं, ताकि उनको रोजाना आमदन मिल सकें। आगे सिद्धू ने कहा की पंजाब के लिए ये बात सिद्ध हो चुका है की देसी गाय यहां के किसानों के लिए लाभकारी है तो किसान देसी गायों से ज्यादा मुनाफआ कमा सकते हैं।
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