Drone Didi Yojana: केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र शेखावत ने शुक्रवार को कहा कि कृषि क्षेत्र में ड्रोन तकनीक शुरू करने की केंद्र सरकार की अनूठी पहल से महिला सशक्तिकरण को और बढ़ावा मिलेगा. केंद्र की विकसित भारत संकल्प यात्रा के एक हिस्से के रूप में बठिंडा जिले के जज्जल और संदोहा गांवों में सार्वजनिक सभाओं को संबोधित करते हुए शेखावत ने कहा कि कृषि रसायनों के छिड़काव और बीज बोने में ड्रोन के इस्तेमाल से लागत में कमी आएगी.
उन्होंने कहा कि नए जमाने की तकनीक मिट्टी पर रासायनिक भार कम करके पंजाब में एक और हरित क्रांति का मार्ग प्रशस्त करेगी. शेखावत ने कहा कि नैनो उर्वरक के उपयोग को बढ़ावा देना देश के कृषि क्षेत्र में एक और मील का पत्थर है क्योंकि यह भूजल के प्रदूषण से बचाता है और खेतों में काम करने वाले किसानों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव को लगभग खत्म कर देता है. उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल के तहत, महिला स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) को कृषि ड्रोन पर 85 प्रतिशत सब्सिडी मिलेगी. महिलाओं को ड्रोन चलाने के लिए प्रशिक्षित भी किया जाएगा. इससे खेती में महिलाओं का योगदान बढ़ेगा."
क्या है ड्रोन दीदी योजना?
बता दें कि कृषि क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने हाल ही में ड्रोन दीदी योजना की शुरुआत की है. इस योजना का मकसद, महिलाओं को खेती में प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करने के लिए ड्रोन मुहैया कराना है. इससे महिलाएं किसानों को उर्वरकों और कीटनाशकों का छिड़काव करने में मदद कर सकेंगी.
इस योजना के तहत, महिलाओं को 15 हजार ड्रोन वितरित किए जाएंगे. इससे महिलाएं कृषि क्षेत्र में तरक्की करेंगी और आर्थिक रूप से मजबूत होंगी. अनुमान है कि कृषि उद्देश्यों के लिए ड्रोन किराए पर लेकर महिला किसान सालाना 1 लाख रुपये तक की अतिरिक्त आय अर्जित कर सकती हैं.
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