पिछले सप्ताह के मौसम के हालात को देखकर बिहार राज्य के चानन प्रखंड क्षेत्र के किसान गेहूं की खेती को लेकर काफी परेशान हो गये थे. मौसम में होती गर्मी के चलते गेहूं की फसलों को नुकसान पहुँच रहा था. मगर अचानक मौसम में बदलाव होने की वजह से किसानों के चेहरे पर मुस्कान आ गई है.
बता दें कि बीते दिन अचानक हुई बारिश की वजह से मौसम में बढती ठंडक ने गेहूं की फसल की पैदावार पर अच्छा असर पड़ा है. मौसम की ठंडक गेहूं की फसल के लिए काफी अच्छी साबित हो रही है. ऐसे में किसानों में अच्छी आय और फसल के अच्छे उत्पादन की उम्मीद जाग रही है.
किसानों के चेहरे खिले (Farmers's Faces Blossomed)
मौसम ने इस बार किसानों के चेहरे खिला दिए हैं. जनवरी की शुरुआती माह में सर्द मौसम गेहूं की फसल के लिए काफी अनुकूल माना जा रहा है. ऐसे में इस बार बंपर उत्पादन की उम्मीद जताई जा रही है.
इस माह में इतना तापमान गेहूं के लिए वरदान माना जा रहा है. पिछले साल गेहूं का उत्पादन 18 क्विंटल प्रति एकड़ था. इस बार उत्पादन 19 से 20 क्विंटल प्रति एकड़ होने की उम्मीद है. मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि अगले चार-पाचं दिनों तक मौसम इसी प्रकार ठंडा बना रहेगा, जिससे गेहूं की फसल को काफी फायदा होने की उम्मीद है. इसके साथ ही इनमें कीटनाशकों का भी बहुत कम प्रयोग हुआ.
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साथ ही गेहूं की खेती की तरफ भी अपना रुख कर लिया है. इसके साथ ही गेहूं की डीबीडब्ल्यू-303, डीबीडब्ल्यू-187 व डीबीडब्ल्यू-222 किस्म पैदावार के लिए काफी अच्छी मानी जा रही है. इसलिए गेहूं की खेती के लिए सही किस्मों का चयन जरुर करें.
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