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Uttarakhand Crop Advisory: खरीफ फसल की बुवाई से पहले मौसम विभाग ने जारी की एडवाइजरी

किसानों के लिए जारी एडवाइजरी में किसानों को फसल की बुवाई शुरु करने की सलाह दी है. वहीँ मौसम के सामान्य रहने की है आशंका भी जताई गई है...

निशा थापा
crop advisory for uttarakhand
crop advisory for uttarakhand

उत्तराखण्ड के किसानों के लिए मौसम विज्ञान विभाग केंद्र, देहरादून ए.एम.एफ.यू की ओर से एडवाइजरी जारी की है, जो रानीचौरी, पंतनगर और रुड़की के लिए 05-06-2022 (08:30 IST) तक मान्य है. मौसम विभाग द्वारा कहा गया है कि इस दौरान शुष्क मौसम रहने की संभावना है, तो ऐसे में किसानों को सलाह दी गई है कि वो अपनी खरीफ फसलों की बुवाई शुरू कर दें.

रानीचौरी के किसानों के लिए जारी सलाह

किसानों को खरीफ फसलों की बुवाई शुरू करने की सलाह दी गई, कहा गया कि मृदा परीक्षण के अनुसार उर्वरकों का प्रयोग करें. बुवाई से पहले, बीज को फसल-विशिष्ट राइजोबियम कल्चर और फॉस्फेट सॉल्यूबलिंग बैक्टीरिया (PSB) से उपचारित करना चाहिए. खड़ी फसलों में निराई करनी चाहिए. यदि कीटनाशक का प्रयोग आवश्यक हो तो साफ मौसम में पेस्टीसाइड्स का चिपकने के साथ छिड़काव करें. तो वहीं काला चना - उड़द, धान, सोयाबीन आदि दलहन फसलों की बुवाई शुरू करने को भी कहा गया.

पशुपालकों के लिए कहा गया कि इस समय बहु-कट चारा बोना चाहिए. इस समय गिनी घास और नेपियर घास अच्छी होती है. जानवरों के पैर और मुंह की बीमारी के खिलाफ टीकाकरण दें. टीकाकरण से पहले डी-वर्मिंग करना चाहिए.

मक्के की बुवाई के लिए अच्छा समय (नैनीताल और उधम सिंह नगर)

मौसम विभाग द्वारा एडवाइजरी में कहा गया कि निचले पहाड़ी क्षेत्रों में मक्के की फसल जून के पहले पखवाड़े में बोने का समय काफी अच्छा है. तो वहीं उधम सिंह नगर के किसानों के लिए मक्के की बिजाई का सबसे अच्छा समय जून का पहला पखवाड़ा है. तरुण, नवीन, किरण, नवजोत, प्रताप मक्का-1, पूसा संकुल 3 और 4 जैसे मक्का की संकुल किस्मों की बुवाई करें. बीज दर 18-20 किग्रा/हेक्टेयर रखें और 60-75 सेमी की दूरी पर बोएं. अंकुरण के बाद विरलन द्वारा पौधे से पौधे की दूरी 20-25 सेमी रखें.

टमाटरों की करें देख रेख

टमाटर की फसल में वायरल रोगों के नियंत्रण के लिए संक्रमित पौधों को हटा दें और नष्ट कर दें (जब सिकुड़े हुए धब्बेदार पत्ते दिखाई दें), इन फसलों में रस चूसने वाले कीट को नियंत्रित करने के लिए सरवंगी कीटनाशक का छिड़काव करना चाहिए. फसल को झुलसा रोग से बचाने के लिए मैनकोजेब 2.5 ग्राम प्रति लीटर या कॉपर ऑक्सीक्लोराइड 3 ग्राम प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करने की सलाह दी गई है. मौसम के पूर्वानुमान को ध्यान में रखते हुए रसायन का छिड़काव करने की भी सलाह दी गई.

 

यह भी पढ़े : हरियाणा के किसान और पशुपालकों के लिए जरूरी सूचना, IMD ने जारी की चेतावनी

किसान अपने काम मौसम के मद्देनजर करें

रुड़की के किसानों को सलाह दी जाती है कि वे अपने कृषि कार्यों को मौसम के पूर्वानुमान के अनुसार करें, तो वहीं गन्ने की फसल में कीटनाशकों का छिड़काव करते समय मौसम के पूर्वानुमान का ध्यान रखने की सलाह मौसम विभाग की तरफ से दी गई.

आईएमडी द्वारा जारी की गई एडवाईजारी में अगले 2-3 दिन मौसम के सामान्य रहने की संभावना है. बीते दिनों हुई बारिश से नई फसल की बुवाई में किसानों को लाभ मिलने की संभावना है, जो कि पहाड़ी क्षेत्रों में फसलों की बुवाई के लिए अच्छा मौका है.

English Summary: Uttarakhand Crop Advisor-imd-issued-advisory-before-sowing-Kharif crop Published on: 03 June 2022, 06:31 PM IST

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