हाल ही में मिली जानकारी के अनुसार जल्द ही उत्तर प्रदेश देश के सबसे बड़े चीनी उत्पादक राज्य महाराष्ट्र को पीछे छोड़ने जा रहा है | उत्तर प्रदेश ने चालू वित्त वर्ष 2016-2017 में चीनी उत्पादन का अनुमान संशोधित कर 81 लाख टन कर दिया है | इस राज्य ने शुरुआत में विपणन वर्ष (अक्टूबर से सितंबर) 2016-17 में 77 लाख टन चीनी उत्पादन का अनुमान जताया था, जबकि पिछले साल उत्पादन 68.5 लाख टन रहा था।
केंद्रीय खाद्य मंत्रालय द्वारा बुलाई गई गन्ना उत्पादक राज्यों की एक बैठक में उत्तर प्रदेश सरकार ने चीनी उत्पाद के संशोधित अनुमानों की जानकारी दी। बैठक के बाद राज्य सरकार के एक अधिकारी ने कहा, 'उत्तर प्रदेश में इस साल चीनी उत्पादन 81 लाख टन रहने का अनुमान है, जो 77 लाख टन के पिछले अनुमान से अधिक है।' अधिकारी ने कहा कि अच्छी बारिश से गन्ने का उत्पादन बढ़ा है। राज्य में इस साल गन्ने की उत्पाकता बढ़कर 77.58 टन प्रति हेक्टेयर हो गई है, जबकि पिछले साल उत्पादकता 66.47 टन प्रति हेक्टेयर थी।
उन्होंने कहा कि बढिय़ा और जल्द पकने वाली किस्मों के इस्तेमाल से फसल उत्पादकता सुधरी है। राज्य सरकार ने कहा है कि राज्य की चीनी मिलों ने पेराई शुरू कर दी है और चीनी की रिकवरी अच्छी रहने के आसार हैं। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक इस साल महाराष्ट्र में चीनी उत्पादन 55 लाख टन से कम रहने का अनुमान है, जबकि पिछले साल 84 लाख टन उत्पादन हुआ था। उन्होंने बताया कि कम बारिश और सूखे जैसे हालात के कारण महाराष्ट्र में उत्पादन घटा है।
सूत्र : एजेंसी
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