आम आदमी के लिए एक राहत भरी खबर है. दरअसल, टमाटर की अखिल भारतीय खुदरा कीमत में पिछले महीने की तुलना में 29 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है, क्योंकि मानसून की बारिश की शुरुआत के साथ बाजार में सब्जियों की कीमतों में सुधार हुआ है.
सिर्फ टमाटर ही नहीं, बल्कि एक अन्य घरेलू सब्जी प्याज की कीमत पिछले साल के स्तर से 9 प्रतिशत कम है, जो कि ग्राहकों के लिए राहत की बात है.
मुंबई समेत प्रमुख मेट्रो शहरों में टमाटर की कीमत जून के पहले सप्ताह में 100 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई थीं. मई में नींबू के दाम आसमान छूने के बाद ऐसा हुआ है. इसके अतिरिक्त, दक्षिण भारत में गर्मी की लहर और कम उत्पादन के कारण टमाटर की आपूर्ति बाधित हो गई थी, जिससे राष्ट्रीय राजधानी में टमाटर की कीमतें 44 फीसदी के उछाल के साथ 46 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गईं.
उपभोक्ता मंत्रालय के आंकड़ों को देखें, तो पिछले महीने की तुलना में टमाटर का औसत खुदरा मूल्य इस महीने की तुलना में काफी कम दर्ज किया गया. 19 जुलाई को टमाटर का औसत खुदरा मूल्य 37.35 रुपए प्रति किलो था, जबकि पिछले महीने 52.5 रूपए था. तो वहीं प्याज का मूल्य 25.78 रुपये प्रति किलो दर्ज किया गया.
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अब तक का सबसे अधिक प्याज बफर स्टॉक खरीदा गया
सरकार ने इस साल में 2.50 लाख टन प्याज का भंडार तैयार किया है, जो अब तक का सबसे अधिक खरीदा गया प्याज बफर स्टॉक है. कृषि और किसान कल्याण विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, 317.03 लाख टन के रिकॉर्ड उत्पादन के बावजूद बफर की खरीद ने इस साल प्याज की मंडी कीमत को गिरने से रोकने में मदद की है
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