प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister NarendraModi) आज उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले (Balrampur district of Uttar Pradesh) में सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना (Saryu Canal National Project) का उद्घाटन करेंगे और साथ ही इसका दौरा करेंगे. इस नहर के उद्धघाटन से अधिक भूमि की सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध होगा साथ ही लाखों किसानों को इसका सीधा लाभ कृषि के साथ-साथ अन्य क्षेत्र में भी मिलेगा.
सरयू नदी परियोजना की अहम सुर्खियां (Important highlights of Saryu river project)
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पीएमओ (PMO) ने कहा कि यह प्रोजेक्ट 9800 करोड़ रुपये में बनकर तैयार हुआ है.
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इसमें से पिछले चार साल में 4600 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया था.
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इस परियोजना में पांच नदियों को भी जोड़ा गया है जो 318 किमी लंबी होगी.
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पांच नहरों में घाघरा, सरयू, राप्ती, बाणगंगा और रोहिन (Ghaghra, Saryu, Rapti, Banganga and Rohin) शामिल है.
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इससे जुड़ी 6,600 किमी लिंक नहरों से युक्त है, जो पूर्वांचल के नौ जिलों अर्थात् बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, गोंडा, बस्ती, सिद्धार्थनगर, संत कबीर नगर, महराजगंज (Bahraich, Shravasti, Balrampur, Gonda, Basti, Siddharthnagar, SantKabir Nagar, Maharajganj) से जुड़ी है.
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15 लाख हेक्टेयर कृषि भूमि पर सिंचाई सुविधा होगी उपलब्ध.
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6227 गांवों के 30 लाख किसानों को मिलेगा सीधा लाभ.
कसा गया तंज (Tightened taunt)
वहीं पिछली सरकारों पर तंज कसते हुए पीएम मोदी ((Prime Minister NarendraModi)) ने कहा कि इस परियोजना पर काम 1978 में शुरू हुआ था. लेकिन यह कभी पूरा नहीं हुआ और उनकी सरकार ने इसे पूरा करने का जिम्मा एक बार फिर उठाया है.
उन्होंने ट्वीट किया, आपको जानकर हैरानी होगी कि सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना (Saryu Canal National Project) पर काम 1978 में शुरू हुआ था, लेकिन दशकों तक यह परियोजना कभी पूरी नहीं हुई. खर्चे भी बढ़े और लोगों की परेशानी भी बढ़ी, चार दशक से अधूरे पड़े प्रोजेक्ट को चार साल में पूरा किया गया है.
मोदी ने आगे कहा, "11 दिसंबर को मैं उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में एक बेहद खास कार्यक्रम- सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना (Saryu Canal National Project)का उद्घाटन करने आऊंगा. यह परियोजना पूर्वी उत्तर प्रदेश में सिंचाई संबंधी समस्याओं का समाधान करेगी और हमारे मेहनती किसानों की मदद करेगी."
किसानों के कल्याण के लिए अग्रसर (For the welfare of farmers)
पीएमओ (PMO) ने कहा कि किसानों के कल्याण और सशक्तिकरण की प्रतिबद्धता के साथ-साथ राष्ट्रीय महत्व की लंबित परियोजनाओं को प्राथमिकता से पूरा करने के कारण हमने विशेष रूप से अपना ध्यान इस प्रोजेक्ट पर केंद्रित किया था ताकि समय पर यह पूरा हो सके.
पीएमओ ने दी जानकारी (PMO gave information)
इस परियोजना को पूरा करने के लिए पीएम मोदी (PMNarendraModi) ने इसे वर्ष 2016 में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत शरू किया और इसे समय सीमा के भीतर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया.
पीएमओ ने कहा कि इसे साकार करने के लिए भूमि अधिग्रहण और कानूनी बाधाओं सहित अन्य समस्याओं का समाधान किया गया और इसके परिणामस्वरूप इस महत्वपूर्ण परियोजना का काम चार साल के भीतर पूरा किया गया.
किसानों को मिलेगा अधिक लाभ (Farmers will get more benefits)
पीएमओ ने कहा कि इस परियोजना में देरी से क्षेत्र के किसानों को भारी नुकसान हुआ है, लेकिन अब इससे उन्हें फायदा होगा. पीएमओ ने कहा कि अब क्षेत्र के किसान बड़े पैमाने पर उत्पादन कर सकेंगे और क्षेत्र की कृषि उत्पादक क्षमता का लाभ उठा सकेंगे.
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